कनाडा ने गाजा पट्टी के नागरिकों के लिया बड़ा ऐलान किया है। कनाडा ने उन लोगों को अस्थाई वीजा देने की घोषणा की है, जिनके रिश्तेदार कनाडा में रहते हैं। कनाडा के इमीग्रेशन मिनिस्टर मार्क मिलर ने गुरुवार रात इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि यह अभियान 9 जनवरी से शुरू हो सकता है। हालांकि कनाडाई सरकार ने युद्धग्रस्त क्षेत्र से नागरिकों की सुरक्षित निकासी का कोई आश्वासन नहीं दिया है।
इमीग्रेशन मिनिस्टर मार्क मिलर ने कहा कि सरकार का ध्यान 660 कनाडाई नागरिकों, स्थाई निवासियों और उनके जीवनसाथियों तथा बच्चों को गाजा से बाहर निकालने पर है। मार्क मिलर ने कहा कि सरकार माता-पिता, दादा-दादी, भाई-बहन और पोते-पोतियों सहित कनाडा से जुड़े पारिवारिक संबंध वाले लोगों के लिए आवेदन स्वीकार करना शुरू करेगी।
मार्क मिलर ने कहा कि मानकों पर खरे उतरने वालों को सरकार तीन वर्ष के लिए वीजा देगी। मार्क मिलर ने कहा कि वह निश्चित तौर पर यह नहीं बता सकते कि इस अभियान के तहत कितने लोग कनाडा आ सकते हैं लेकिन उन्होंने कहा कि यह संख्या सैंकडों में हो सकती है। मार्क मिलर ने आगे कहा कि कनाडाई नागरिकों को गाजा से निकालना मुश्किल रहा है क्योंकि हमारी क्षमताएं सीमित हैं।
बता दें कि हमास के आतंकियों ने इजरायल पर 7 अक्टूबर को हमला किया था। इसके बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया। हमास के हमले में इजरायल के 1200 से अधिक लोगों की मौत हुई थी और हमास के आतंकियों ने 200 से अधिक इजरायली नागरिकों को बंधक बना लिया था।
इसके बाद इजरायल ने गाजा पट्टी पर बमबारी शुरू कर दी। इस हमले में गाजा के 12 हजार से अधिक लोग मारे गए हैं। गाजा की कई इमारतें ध्वस्त हो गई है और वहां पर संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायता पहुंचा रहा है। इजरायल लगातार उन इमारतों को निशाना बना रहा है, जो हमास के कब्जे में हैं। हालांकि यूएन में सीजफायर का प्रस्ताव पास हो गया है। कई देश अपने नागरिकों को इजरायल से निकाल रहे हैं।