कर्नाटक में बीजेपी और जेडीएस मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद राज्य के पूर्व सीएम एचडी देवगौड़ा ने बताया कि दोनों पार्टियों के बीच जनवरी के अंत तक सीट शेयरिंग एग्रीमेंट पूरा हो जाएगा। राजधानी नई दिल्ली में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि दोनों दलों के बीच में लोकसभा क्षेत्रों के बंटवारे को लेकर कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने कहा कि कौन किस लोकसभा सीट से लड़ेगा, यह हम मिलकर तय करेंगे।
राज्य की सियासत पर करीबी नजर रखने वालों की मानें तो जेडीएस कर्नाटक में 5 और बीजेपी 23 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ सकती हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में जेडीएस और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था। जेडीएस ने 8 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे।
इस सवाल पर उन्होंने गुरुवार को कहा कि सीटों का बंटवारा समस्या नहीं है। हम एक सीट ज्यादा पा सकते हैं या कम पर चुनाव लड़ सकते हैं। हमें एक-दूसरे पर भरोसा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जेडीएस की तरफ से उन सीटों की मांग की जाएगी, जिनपर वो जीत सकता है। हम मिलकर काम करेंगे और पीएम नरेंद्र मोदी के लिए तीसरी पारी सुनिश्चित करेंगे।
इस दौरान एचडी कुमारस्वामी ने उन अफवाहों को खारिज कर दिया, जिनमें कहा जा रहा था कि वो अगला लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। कुमारस्वामी फिलहाल में चन्नापटना विधानसभा सीट से विधायक हैं। उन्होंने कहा कि वह सांसद चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं हैं। उन्होंने कहा, “मैंने खुद को राज्य की राजनीति तक ही सीमित रखा है। कई लोगों को लगता है कि अगर मैं राज्य की राजनीति में शामिल रहूं तो बेहतर है। मेरा भी यही विचार है।”
एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि उनके बेटे राज्य की सभी 28 लोकसभा सीटों पर प्रचार करेंगे। वह चुनाव नहीं लड़ेंगे लेकिन लोग आकर उनसे मांडया से चुनाव लड़ने का निवेदन कर रहे हैं। उनके साथ लोगों लोगों की सहानुभूति है क्योंकि वो दो बार चुनाव हार चुके हैं लेकिन वो चुनाव लड़ना नहीं चाहते हैं।