Poonch Attack: जम्मू-कश्मीर के राजौरी और पुंछ जिले में इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई है। साथ ही आतंकवादियों की तलाश के लिए ऑपरेशन जारी है। गुरुवार को राजौरी में हुए आतंकी हमले में पांच सैनिकों के शहीद और दो जवानों के घायल हो गये थे। इसकी जिम्मेदारी पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने ली है। क्षेत्र की हवाई निगरानी बढ़ाए जाने के बीच सेना ने जमीनी तलाशी अभियान तेज कर दिया है, खासकर पुंछ जिले के राजौरी सेक्टर में डेरा की गली के वन क्षेत्र में।
यह ग्रुप नागरिकों, कई सरकारी अधिकारियों की हत्या, भारतीय सुरक्षा बलों पर हमला, भर्ती के लिए युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और बंदूकें, गोला-बारूद और विस्फोटकों को संभालने के प्रशिक्षण के लिए जिम्मेदार है। पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (PAFF) एक उग्रवादी संगठन है जो जम्मू-कश्मीर में सक्रिय रूप से विद्रोह में लगा हुआ है। यह पहली बार जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा ख़त्म होने के बाद देखा गया था। 7 जनवरी 2023 को भारत के गृह मंत्रालय ने पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (PAFF) को एक आतंकवादी समूह के रूप में नामित किया था।
लश्कर-ए-तैयबा के अलावा पीएएफएफ भी गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA), 1967 की धारा 35 के तहत “आतंकवादी संगठन” के रूप में नामित समूहों की सूची में शामिल है। पीएएफएफ अपने हमलों को शूट करने के लिए बॉडी कैमरों का उपयोग किया करता है। फिर आतंकवादी समूह प्रचार के लिए फिल्मों का उपयोग करता है।
बता दें, हमले के बाद आतंकवादियों ने सोशल मीडिया पर हमले वाली जगह की तस्वीरें भी जारी कीं, जिसमें उनके द्वारा अमेरिकन मेड M4 कार्बाइन राइफलों का इस्तेमाल करते हुए दिखाया गया है। M4 कार्बाइन राइफल 1980 के दशक के दौरान अमेरिका में निर्मित एक हल्की और गैस-संचालित गन है। यह अमेरिकी सशस्त्र बलों का प्रमुख हथियार है और इसका इस्तेमाल 80 से अधिक देश करते हैं। M4 को नज़दीकी लड़ाई के लिए डिज़ाइन किया गया है और यह बहुत ही मारक है। यह अलग प्रकार की युद्ध स्थितियों के लिए सटीक, विश्वसनीय और उपयुक्त भी है। इसलिए इसका उपयोग सैन्यकर्मी करते हैं।
ऐसी पहली बार नहीं है, जब कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा M4 कार्बाइन राइफल का इस्तेमाल किया गया है। 2016 के बाद से सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में मारे गए जैश-ए-मोहम्मद (JeM) आतंकवादियों के पास से स्टील की गोलियों के साथ चार M4 राइफलें बरामद की हैं। स्टील की गोलियां अधिक नुकसान पहुंचाती हैं और वाहनों और अन्य सुरक्षा साधनों को आसानी से भेद सकती हैं।