Nitin Gadkari On Electric Vehicles: देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। बीते कुछ सालों में देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल सेग्मेंट जबरदस्त ग्रोथ देखी गई है। सरकार को भरोसा है कि आने वाला वक्त और बेहतर होगा। वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर बड़ा बयान दिया है।
केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चल रहे EV EXPO 2023 में कहा, ‘2030 तक भारत में हर साल करीब 1 करोड़ इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री होगी और इससे लगभग 5 करोड़ नौकरियों का सृजन होगा।’
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, ‘आज भारत दुनिया में 30 प्रतिशत फॉसिल फ्यूल की खपत करता है, और हमारी ज्यादातर निर्भरता आयात पर ही है। हम तकरीबन 16 लाख करोड़ रुपये केवल पेट्रोल-डीजल और क्रूड ऑयल के आयात पर खर्च कर रहे हैं, जो कि राष्ट्र के जीडीपी का लगभग तीन प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपुर्ण है कि देश के ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर का 85 प्रतिशत जरूरतें केवल आयातित फॉसिल फ्यूल से ही पूरी होती हैं।’
नितिन गडकरी ने कहा, ‘अमेरिका और चीन के बाद भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोटिव बाजार है। इस समय ऑटो इंडस्ट्री का उद्योग तकरीबन 12.5 लाख करोड़ रुपये का है, हर साल वाहनों की संख्या में 10 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिल रहा है। इतना ही नहीं भारत का ऑटो-सेक्टर अकेले देश में 40 प्रतिशत कार्बनडाइ ऑक्साइड के उत्सर्जन का कारण है। डीजल इंजन से चलने वाले वाहन प्रदूषण का प्रमुख कारण हैं और ये वातावरण के लिए बेहद ही हानिकारक हैं।’
गडकरी ने कहा आगे कहा, ‘हम ट्रांसपोर्ट सेक्टर को डी-कॉर्बनाइज करने के लिए एक मिशन मोड में काम कर रहे हैं। इस कोशिश में लो-इमिशन ट्रांसपोर्ट जैसे कि इलेक्ट्रिक वाहन अहम भूमिका निभा रहे हैं। इलेक्ट्रिक वाहन ट्रांसपोर्टेशन के लिए सबसे बेहतर उपयोगी, सुरक्षित और क्लीन हैं, यदि हम रेगुलर वाहनों के बजाय पूरी तरह से इलेक्ट्रिक वाहनों में स्विच करते हैं तो 2030 तक कार्बनडाई ऑक्साइड के उत्सर्जन को 1 गीगा टन तक कम किया जा सकता है।’
देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग और सेक्टर में रोजगार को लेकर गडकरी ने कहा, ‘भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड तेजी से बढ़ रही है और वाहन डाटा के मुताबिक, देश में अब तक 34.54 इलेक्ट्रिक वाहनों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। जिस गति से इलेक्ट्रिक मोबिलिटी देश में बढ़ रही है। उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि साल 2030 तक देश में हर साल तकरीबन 1 करोड़ इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री होगी और इससे लगभग पांच करोड़ रोजगार का सृजन होगा।