विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को लेकर बयान देते हुए कहा कि सीमा पार आतंकवाद का मुकाबला करते समय भारत अब दूसरा गाल आगे करने के मूड में कतई नहीं है। विदेश मंत्री ने कहा कि देश आतंकवाद का सामना आजादी के बाद से ही कर रहा है। विदेश मंत्री ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “आतंकवाद हमारी आजादी के समय ही शुरू हो गया था, जब तथाकथित हमलावर पाकिस्तान से आए थे। पहले दिन से ही हमने आतंकवाद का सामना किया है और यह कुछ ऐसा है जिसके बारे में हमें पूरी तरह क्लियर होना चाहिए।”
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 2611 हमले का जिक्र करते हुए कहा, “आज इस देश में क्या बदल गया है, मुझे लगता है कि मुंबई 26/11, मेरे लिए एक टर्निंग पॉइंट था, क्योंकि इससे पहले लोग भ्रम में थे।” विदेश मंत्री ने आगे कहा,”अब हमें सबसे पहले जो करने की ज़रूरत है वह यह है कि हमें मुकाबला करने की ज़रूरत है। अब दूसरा गाल आगे करने का तरीका नहीं चलने वाला है। अगर कोई सीमा पार आतंकवाद का अभ्यास कर रहा है तो आपको जवाब देना चाहिए।”
विदेश मंत्री के यह टिप्पणी जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में गुरुवार को सेना के वाहनों पर आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में चार सैनिकों की मौत के बाद आई है। यह घटना तब हुई जब तीन से चार भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने एक मारुति जिप्सी और सेना के एक ट्रक को निशाना बनाया। हमले के बाद आतंकवादियों ने कथित तौर पर कम से कम दो सैनिकों के शवों को क्षत-विक्षत कर दिया और उनमें से कुछ के हथियार छीन लिए। समाचार एजेंसी पीटीआई ने सुरक्षा विशेषज्ञ कैप्टन (सेवानिवृत्त) अनिल गौड़ के हवाले से कहा कि पाकिस्तान इन घटनाओं की साजिश रचकर क्षेत्र में आतंकवाद को एक बार फिर बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।