दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के विपक्ष नेता राजा इकबाल सिंह ने मेयर शैली ओबेरॉय पर बीजेपी पार्षदों को मीटिंग में न बुलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने मेयर शैली पर पक्षपातपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया है। उन्होंने मीटिंग में बीजेपी पार्षदों को न बुलाए जाने पर मेयर शैली की आलोचना की और कहा कि वे बीजेपी पार्षदों को मीटिंग में न बुलाकर आम आदमी पार्टी की कार्यकर्ता की तरह व्यवहार कर रही हैं। वे पार्षदों के साथ भेदभाव कर रही हैं। उन्होंने कहा कि क्या मेयर भाजपा पार्षदों को कुछ नहीं समझतीं? क्या वे बीजेपी पार्षदों के वार्डों में रहने वाले लोगों को दिल्ली का नागरिक नहीं मानतीं?
दपअसल, मेयर ने कई कामो को लेकर रोहिणी में मीटिंग बुलाई थी। उस मीटिंग में बीजेपी पार्षदों को छोड़कर बाकी सभी लोग मौजूद थे। मीटिंग के बाद विपक्ष नेता राजा इकबाल सिंह ने कहा कि क्या मेयर, भाजपा पार्षदों के वार्डों में रहने वाले दिल्ली के लोगों को शहर का हिस्सा नहीं मानतीं? उन्होंने आगे कहा कि मेयर के आचरण से उनके पद की गरिमा कम हुई है। उन्होंने कहा “मेयर का पद संवैधानिक है। वे पक्षपातपूरण व्यवहार करके मेयर की गरिमा को धूमिल कर रही हैं। वे एक पार्टी कार्यकर्ता की तरह व्यवहार कर रही हैं।”
इतना ही नहीं, प्रतिपक्ष नेता ने यह भी कहा कि भाजपा पार्षदों को मीटिंग में न बुलाकर वे पार्षदों के वार्डों के विकास कामों में बाधा डाल रही हैं। “अगर महापौर ने भाजपा पार्षदों को मीटिंग से बाहर करना जारी रखा तो वे उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे ताकि दिल्ली के लोगों को इस भेदभाव के बारे में पता चल सके। अब देखना है कि दिल्ली की मेयर शैली का इस पर क्या जवाब आता है। अभी तक उन्होंने प्रतिपक्ष नेता के आरोपों पर कोई सफाई नहीं दी है।