मोदी सरकार का मुकाबला करने और अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सत्ता से हटाने का दम भर रही विपक्षी पार्टियां आपसी कलह से बाहर नहीं निकल पा रही है। दिल्ली में हुए आईएनडीआईए (I.N.D.I.A.) ब्लॉक की बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम पीएम पद के लिए उठाया जाना जनता दल यूनाइटेड (JDU) के कई नेताओं को नागवार गुजरा। पार्टी विधायक गोपाल मंडल ने तो शुक्रवार को साफ तौर पर कहा, “जनता नहीं जानती कि ‘खड़गे फड़गे’ कौन हैं। मैं भी नहीं जानता कि वह कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। उन्हें कोई नहीं जानता। जनता उन्हें नहीं जानती। जनता नीतीश कुमार को जानती है। नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनना चाहिए। पूरे भारत में वह लोकप्रिय हैं।”
गोपालपुर विधानसभा से जदयू विधायक मंडल ने कहा कि यह उनकी पार्टी के अध्यक्ष नीतीश कुमार ही थे, जिन्होंने आईएनडीआईए (I.N.D.I.A.) ब्लॉक को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उसने कहा, “सब कुछ नीतीश कुमार ने किया। जब गठबंधन का नाम आईएनडीआईए (I.N.D.I.A.) रखा गया तो नीतीश कुमार ने संयोजक की भूमिका निभाई। उन्होंने सभी क्षेत्रीय नेताओं को इकट्ठा किया और उन्हें बार-बार बैठकों के लिए एक साथ लाने में मदद की। उन्हें नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री के चेहरे के रूप में चुनना चाहिए।”
जेडीयू विधायक ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा और कहा कि यह एक ऐसी पार्टी है जिस पर जनता भरोसा नहीं कर सकती। उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी भरोसे के लायक नहीं है। यह कांग्रेस ही थी जिसके शासनकाल में लोगों को महंगाई और बढ़ती कीमतों की मार झेलनी पड़ी। बीजेपी उनकी खराब नीतियों के कारण ही सत्ता में आई। अब बीजेपी महंगाई को दूसरे स्तर पर ले गई है। तो फिर अतीत के चेहरों को क्यों चुनें, नए चेहरों को चुनें।”
इससे पहले राष्ट्रीय राजधानी में हुई आईएनडीआईए (I.N.D.I.A.) ब्लॉक की चौथी बैठक में ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल द्वारा कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम इंडिया ब्लॉक के प्रधान मंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में प्रस्तावित किया गया था। जहां सभी 28 साझेदार 2024 के लोकसभा चुनावों की योजना बनाने के लिए एकजुट हुए हैं।
इस बीच, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए भारतीय ब्लॉक के प्रधान मंत्री पद के उम्मीदवार होने के सुझावों को अधिक महत्व नहीं दिया और कहा कि इस मामले पर बाद में फैसला किया जाएगा और उनकी प्राथमिकता बहुमत हासिल करने की कोशिश करना है।
खड़गे ने मंगलवार को आईएनडीआईए (I.N.D.I.A.) की बैठक के बाद संवाददाताओं से यह बात कही, “पहले हम सभी को जीतना है, जीत के लिए क्या करना होगा ये सोचना चाहिए. पीएम कौन होगा ये बाद में तय होगा. अगर सांसद कम हैं तो पीएम के बारे में बात करने का क्या मतलब? पहले हम अपनी संख्या बढ़ाने के लिए एक साथ आकर बहुमत लाने की कोशिश करेंगे। सबसे पहले हमें जीतना होगा।” साथ ही कांग्रेस नेता गुलाम अहमद मीर ने उन मीडिया रिपोर्टों को खारिज कर दिया, जिनमें कहा गया था कि बिहार के मुख्यमंत्री खड़गे का नाम पीएम उम्मीदवारी के लिए प्रस्तावित किए जाने से नाखुश हैं।