आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूछताछ के लिए बुलाया है। इस बीच अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली शराब नीति मामले में ED के समन को अवैध और राजनीति से प्रेरित बताया है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने अपना जीवन पारदर्शिता और ईमानदारी से जीया है और उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह किसी भी कानूनी समन को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं। अरविंद केजरीवाल 10 दिन की विपासना यात्रा पर चले गए हैं। अरविंद केजरीवाल को ED ने इससे पहले 2 नवंबर को बुलाया गया था, लेकिन वह मध्य प्रदेश चुनाव के लिए प्रचार करने का हवाला देकर पूछताछ में शामिल नहीं हुए थे।
आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को समन की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी के वकील नोटिस को देख रहे हैं और वही कानूनी रूप से सही कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल का विपश्यना सत्र पहले से निर्धारित था और जानकारी पब्लिक डोमेन में थी।
आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा, “हर कोई जानता है कि मुख्यमंत्री 19 दिसंबर को विपश्यना के लिए जा रहे हैं। वह नियमित रूप से इसके लिए जाते हैं। यह एक पूर्व निर्धारित कार्यक्रम है।”
अरविंद केजरीवाल को ईडी ने सबसे पहले 16 अप्रैल को पूछताछ के लिए बुलाया था। उनसे करीब 9 घंटे तक पूछताछ हुई थी। उन पर आरोप है कि शराब व्यापारियों को लाइसेंस देने के लिए दिल्ली सरकार की 2021-22 की आबकारी नीति को कुछ शराब कारोबारियों को फायदा पहुंचाने के लिए बनाया गया था।
बता दें कि शराब घोटाले में आम आदमी पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इस मामले में मनीष सिसोदिया और सांसद संजय सिंह पहले से ही जेल में हैं। अरविंद केजरीवाल भी आशंका जता चुके हैं कि उन्हें भी सरकार जेल भेजने की तैयारी कर रही है। दिल्ली शराब घोटाले की जांच ईडी और सीबीआई कर रही है।