लोकसभा चुनाव कुछ ही महीने दूर हैं, लेकिन बीजेपी ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। केरल में भाजपा ने गुरुवार को अपनी ‘स्नेह यात्रा’ फिर से शुरू कर दी है। यह एक पब्लिक आउटरीच कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य राज्य में ईसाई समुदाय को पार्टी से जोड़ना है। बीजेपी ने इसकी शुरुआत ईस्टर के दौरान शुरू की थी। केरल में ईसाईयों की आबादी 19% है।
हाल ही में बीजेपी राज्य समिति की बैठक में पार्टी ने क्रिसमस के दौरान यात्रा फिर से शुरू करने का फैसला किया गया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने कक्कनाड में सिरो मालाबार चर्च के पूर्व प्रमुख कार्डिनल जॉर्ज एलेनचेरी से मुलाकात की और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से क्रिसमस की शुभकामनाएं दीं।
के सुरेंद्रन ने वेरापोली के लैटिन आर्चडीओसीज़ के आर्कबिशप जोसेफ कलाथिपारबिल से भी मुलाकात की और प्रधानमंत्री मोदी की शुभकामनाएं दी।सुरेंद्रन ने बाद में एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि राज्य में ‘स्नेह यात्रा’ की शुरुआत है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने चर्च प्रमुखों के साथ अपनी बैठकों की तस्वीरें भी साझा कीं।
हालांकि चर्च के अधिकारियों और भाजपा नेतृत्व ने अभी तक बंद कमरे में हुई बैठक के दौरान चर्चा के विषयों को स्पष्ट नहीं किया है। एक भाजपा नेता ने कहा कि एलेनचेरी के साथ बैठक 45 मिनट से अधिक समय तक चली और यह एक गर्मजोशी भरी और मित्रतापूर्ण बैठक थी।
बीजेपी के जिला अध्यक्ष केएस शैजू ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, ”यह एक दोस्ताना मुलाकात है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने उन्हें प्रधानमंत्री मोदी की ओर से शुभकामनाएं दीं। बाद में उन्होंने साथ में नाश्ता किया।” उन्होंने कहा कि यात्रा का उद्देश्य प्रधानमंत्री का अभिवादन व्यक्त करना था।”
केएस शैजू ने उन मीडिया रिपोर्ट को भी खारिज कर दिया कि मणिपुर हिंसा मुद्दे के बाद चर्च और बीजेपी के बीच मतभेद थे। उन्होंने आगे कहा, “यह सिर्फ मीडिया की उपज थी। भाजपा और चर्च दोनों ने हमेशा सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखा है।”
हालांकि विभिन्न संप्रदायों के कई वरिष्ठ बिशपों ने हाल के दिनों में राज्य में कई मौकों पर भाजपा समर्थक बयान दिए हैं। लेकिन मणिपुर हिंसा मुद्दे पर पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की कथित चुप्पी पर बीजेपी को घेरा। भाजपा सूत्रों ने कहा कि स्नेह यात्रा का उद्देश्य ईसाई समुदाय को पार्टी के करीब लाना है। पार्टी के नेता और कार्यकर्ता 30 दिसंबर तक प्रधानमंत्री का संदेश लेकर ईसाई घरों में जाएंगे।
पार्टी ने हाल ही में लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए राज्य भर में पदयात्राएं निकालने का भी फैसला किया है। प्रमुख भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस साल की शुरुआत में ईस्टर के अवसर पर ईसाई घरों और धार्मिक प्रमुखों से मुलाकात करते हुए स्नेह यात्रा निकाली थी।