इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध दो महीने से भी ज्यादा लंबा खिच चुका है। जो युद्ध पहले सिर्फ सीमाओं के पास लड़ा जा रहा था, अब गाजा के अंदर उसकी पूरी तरह सेंधमारी हो चुकी है। इजरायल के बम धमाकों ने गाजा की तस्वीर बदलकर रख दी है। अब उसी गाजा को बचाने के लिए हमास का चीफ इस्माइल हानिया पाकिस्तान के पास पहुंच गया है। मदद की गुहार लगाते हुए कहा गया है कि इस युद्ध को रुकवा दिया जाए।
असल में पाकिस्तान में इस्लामिक स्कॉलर्स की एक कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया था। उसी कॉन्फ्रेंस में हमास चीफ इस्माइल हानिया ने भी हिस्सा लिया, वहां पर अपने संबोधन में उसने सीधे-सीधे पाकिस्तान से मदद मांगी। मदद भी कोई आर्थिक या जरूरत पूरी करने के लिए नहीं, बल्कि इजरायल को धमके देने के लिए। हमास चीफ ने कहा कि पाकिस्तान तो परमाणु संपन्न देश है, वो अगर इजरायल को परमाणु युद्ध की धमकी देगा तो ये युद्ध रुक सकता है। मैं मानता हूं कि पाकिस्तान को हर कीमत पर मुस्लिम देश की मदद करने आगे आना चाहिए। वो इस समय इजरायल को कदम पीछे खींचने पर मजबूर कर सकता है।
अब यहां ये समझना जरूरी है कि हमास, पाकिस्तान से मदद इसलिए मांग रहा है क्योंकि इस मुल्क ने ही वादा कर रखा है कि उसका एटम बम मुस्लिम देशों की रक्षा के लिए बनाया गया है। वो तो अपने परमाणु हथियार को ही ‘इस्लामिक एटम बम’ के नाम से पुकारता है। अब इसी उम्मीद में हमास ने पाकिस्तान से मदद मांगी है, लेकिन किसी भी तरह का कोई आश्वासन अभी तक नहीं मिला है।
इस युद्ध की बात करें तो सात अक्टूबर को सबसे पहले हमास ने इजरायल के आम नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया था। कई लोगों का तो अपरहण भी किया गया था, इसमें सेना के जवान भी शामिल रहे। उस हमले के बाद ही इजरायल ने बदले की कसम खाई और देखते ही देखते एक भीषण युद्ध की शुरुआत हो गई। अभी इस युद्ध दोनों तरफ से काफी नुकसान हो चुका है, हजारों लोगों की मौत हुई है और स्थिति हर बीतते दिन के साथ और ज्यादा बिगड़ रही है।