इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष को लेकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर बेंजामिन नेतन्याहू से बात की है। माना जा रहा है कि पीएम मोदी ने खासतौर पर जल्द शांति की बहाली के समर्थन में भारत के रुख को इजरायली पीएम के सामने रखा है। यह जानकारी उन्होंने एक्स के जरिए सामने रखी है। पीएम मोदी ने लिखा,“प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ इजरायल-हमास संघर्ष पर विचारों का सार्थक आदान-प्रदान हुआ जिसमें समुद्री यातायात की सुरक्षा पर साझा चिंताएं भी शामिल थीं। प्रभावितों के लिए निरंतर मानवीय सहायता के साथ क्षेत्र में शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली के पक्ष में भारत के निरंतर रुख पर प्रकाश डाला गया।”
Had a productive exchange of views with PM @netanyahu on the ongoing Israel-Hamas conflict, including shared concerns on the safety of maritime traffic. Highlighted India’s consistent stand in favour of early restoration of peace & stability in the region with continued…
पीएम मोदी और बेंजामिन नेतन्याहू की बीच यह बातचीत भारत द्वारा संयुक्त राष्ट्र के उस प्रस्ताव के पक्ष में मतदान करने के ठीक एक सप्ताह बाद हुई है जिसमें गाजा में तत्काल युद्धविराम की मांग की गई थी। 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा के इस प्रस्ताव काफी समर्थन मिला है, जिसमें 153 देशों ने इसके पक्ष में मतदान किया है और 10 ने विपक्ष में मतदान किया और 23 देशों ने मतदान नहीं किया है।
फिलिस्तीनी एन्क्लेव के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक गाजा पट्टी में 20,000 लोग मारे गए है और कई लोग बेघर हो गए। लगातार युद्ध को रोकने की मांग हो रही है लेकिन बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि युद्ध तब तक नहीं रुकेगा जब तक कि बचे हुए 129 बंधकों को रिहा नहीं कर दिया जाता। एक दिन पहले भी खबर आई थी कि इजरायली बलों ने गाजा शहर में अल-अहली अरब अस्पताल पर ताजा हमला किया है। इसके अलावा हमास की ओर से एक ताजा वीडियो जारी किया गया था जिसमें इजारायली बंधक अपनी रिहाई की मांग कर रहे थे। इजरायली पीएम लगातार यह बात दोहरा रहे हैं कि जब तक इजरायली नागरिकों (जिन्हें बंधक बनाया गया है) को रिहा नहीं किया जाता युद्ध नहीं रुकेगा और गाजा पर हमले बरकरार रहेंगे।