इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) की चौथी बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहमति बन गई है। हालांकि इस दौरान कई दलों ने कांग्रेस पार्टी से सीट शेयरिंग में हो रही देर पर अपनी नाराजगी भी जाहिर कर दी। इन्हीं दलों में टीएमसी भी शामिल है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मीटिंग में टीएमसी ने इस बात पर जोर दिया कि सभी दल कांग्रेस का समर्थन करें लेकिन कांग्रेस यूपी, पंजाब, दिल्ली और बंगाल जैसे राज्यों में कांग्रेस छोटे भाई का किरदार निभाए।
आपको बता दें कि मौजूदा हालातों में यूपी में सपा, दिल्ली और पंजाब में AAP व बंगाल में टीएमसी कांग्रेस से ज्यादा मजबूत हैं।
इस दौरान टीएमसी ने सीट शेयरिंग में हो रही देर पर भी सवाल उठाए। टीएमसी की तरफ से कहा गया कि अगर सीट शेयरिंग एग्रीमेंट पर जल्द सहमति नहीं बनी तो गठबंधन को नुकसान हो सकता है।
मीटिंग में ममता बनर्जी ने कहा कि चुनाव में सभी वोटिंग मशीनों के साथ VVPAT का इस्तेमाल होना चाहिए। टीएमसी ने यह भी कहा कि विपक्षी इंडिया गठबंधन को सिर्फ एंटी मोदी होकर नहीं रहना चाहिए बल्कि लोगों से जुड़ी समस्याएं भी उठानी चाहिए।
इस मीटिंग में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी. केसी वेणुगोपाल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पार्टी अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, TMC महासचिव अभिषेक बनर्जी, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और बिहार के डिप्टी CM तेजस्वी यादव, NCP प्रमुख शरद पवार तथा शिवसेना (UBT) से उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे बैठक में शामिल हुए।
इनके अलावा सपा अखिलेश यादव और पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और वरिष्ठ नेता टी आर बालू, नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, DPD प्रमुख महबूबा मुफ्ती, RLD अध्यक्ष जयंत चौधरी, अपना दल (के) से कृष्णा पटेल एवं पल्लवी पटेल और कई अन्य नेताओं ने बैठक में भाग लिया।