दुनियाभर में कोरोनावायरस एक बार फिर अपने पैर पसार रहा है। भारत में रविवार को कोविड के 300 से ज्यादा नए केस सामने आए वहीं, संक्रमण के चलते 5 लोगों की मौत हुई। सोमवार को देश में कोरोना संक्रमण के 260 नए मामले सामने आए। हाल ही में सामने आया कोरोना का नया वेरिएंट भी चिंता का विषय बना हुआ है। एक्सपर्ट का कहना है कि JN.1 स्ट्रेन पहले के वेरिएंट्स से कहीं ज्यादा खतरनाक हो सकता है। भारत में केरल से JN.1 वेरिएंट का पहला मामला सामने आया है।
पड़ोसी राज्य केरल में एक बार फिर से कोविड के मामलों में बढ़ोत्तरी के साथ ही वायरस के एक सब वेरिएंट का पता चलने के बाद कर्नाटक सरकार ने 60 साल की उम्र से ज्यादा के लोगों और अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए भी फेस मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। इसके अलावा, बुखार, सर्दी और खांसी के लक्षणों वाले व्यक्तियों को भी अनिवार्य रूप से मास्क पहनना आवश्यक है।
स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडुराव ने सोमवार को मडिकेरी में वायरस के प्रति सबसे संवेदनशील लोगों की सुरक्षा के राज्य के प्रयासों के तहत इसकी घोषणा की। केरल से लौटने वाले सबरीमाला तीर्थयात्रियों पर संभावित प्रतिबंधों के संबंध में मंत्री ने स्पष्ट किया कि वर्तमान में आंदोलनों या सभाओं पर कोई प्रतिबंध नहीं है। हालांकि, उन्होंने कहा कि चामराजनगर, कोडागु और दक्षिण कन्नड़ सहित केरल की सीमा से लगे जिलों में निगरानी जारी रहेगी। पर्यटकों और श्रद्धालुओं, खासकर राज्य से सबरीमाला जाने वाले लोगों को सावधान किया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया कुछ राज्यों में कोविड-19 सहित सांस संबंधी बीमारी के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर स्वास्थ्य सुविधाओं और सेवाओं की तैयारियों की 20 दिसंबर को समीक्षा करेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि मांडविया सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों और अतिरिक्त मुख्य प्रमुख सचिवों (स्वास्थ्य) और संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ डिजिटली समीक्षा बैठक करेंगे।
सरकार ने सोमवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से श्वसन संबंधी बीमारी के मामलों में वृद्धि और देश में कोरोना वायरस के नए JN.1 वेरिएंट के पहले मामले का पता चलने के बीच निरंतर निगरानी बनाए रखने को कहा। भारत का जेएन.1 वेरिएंट का पहला मामला 8 दिसंबर को केरल में सामने आया था।