मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की। शिवराज ने कहा कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व उनकी जो भी भूमिका तय करेगा, वह उसका निर्वहन करेंगे। मध्य प्रदेश में मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद मंगलवार को पहली बार दिल्ली पहुंचे चौहान ने नड्डा से उनके आवास पर मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक यह मुलाकात एक घंटे से भी अधिक समय तक चली।
मुलाक़ात के बाद में पत्रकारों ने जब उनकी भावी भूमिका को लेकर सवाल किया तो पूर्व मुख्यमंत्री ने यह पूछे जाने पर कि वह केंद्र की राजनीति में सक्रिय रहेंगे या फिर राज्य की राजनीति में, इसके जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जो पार्टी तय करेगी। हम राज्य में भी रहेंगे, केंद्र में भी रहेंगे।
एक अन्य सवाल के जवाब में शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वह अपनी भूमिका के बारे में नहीं सोचते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं मेरे बारे में सोचता ही नहीं। जो अपने बारे में सोचता है वह अच्छा इंसान नहीं होता है। अगर आप एक बड़े मिशन के लिए काम करते हो तो पार्टी तय करती है कि आप कहां काम करोगे।’’ यह पूछे जाने पर कि मध्य प्रदेश की बहनें उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाह रही हैं, चौहान ने कहा, ‘‘बहन और भाई का प्यार अमर है। उसका किसी पद से कोई संबंध नहीं है।’’
शिवराज सिंह ने बातचीत के दौरान यह संकेत दिया कि पार्टी उन्हें दक्षिण के राज्यों में कोई बड़ी भूमिका दे सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘विकसित भारत यात्रा में कुछ जगह मुझे जाने को कहा जाएगा तो मैं दक्षिण के राज्यों में जाऊंगा।’’ मध्य प्रदेश मंत्रिपरिषद के गठन से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने कहा कि यह पार्टी तय करेगी और सलाह-मशवरा जो होना था वह हो गया है। उन्होंने कहा कि भोपाल में आज विधायक दल की बैठक है और चूंकि सरकार गठन के बाद यह पहली बैठक है इसलिए उसमें उनका रहना जरूरी है।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से मुलाकात पर कहा, “एक पार्टी कार्यकर्ता के तौर पर पार्टी मेरे लिए जो भी भूमिका तय करेगी, वह काम मैं करूंगा, मैं राज्य के साथ-साथ केंद्र में भी रहूंगा। अगर आप किसी बड़े मिशन पर काम कर रहे हैं, तो पार्टी ही तय करती है कि आप कहां काम करेंगे।”