Maharashtra Politics: एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि वो बूढ़े नहीं हुए हैं। उनमें अब भी कुछ लोगों को सीधा करने की ताकत है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख ने यह बात रविवार को पुणे की हवेली तहसील के चारकोली में एक बैलगाड़ी दौड़ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख ने कहा, ‘मुझे आपसे शिकायत है। आप सभी अपने भाषणों में इस बात पर जोर देते रहते हैं कि मैं 83 साल का हूं, मैं 84 साल का हूं। आपने क्या देखा है? मैं बूढ़ा नहीं हुआ हूं। मेरे पास कुछ लोगों को सीधा करने की ताकत है। आप चिंता न करें।’
शरद पवार का यह बयान को उनके विरोधियों के लिए एक स्पष्ट खंडन के रूप में देखा जा रहा है, जो अक्सर उनकी उम्र को लेकर उन पर निशाना साधते रहे हैं और राजनीति से उनके संन्यास लेने का आह्वान करते रहे हैं। गौरतलब है कि उनके भतीजे अजित पवार पहले भी इसी तरह की टिप्पणी कर चुके हैं।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने 5 जुलाई को शरद पवार पर तंज कसते हुए कहा था कि आईएएस अधिकारी 60 साल में रिटायर होते हैं, बीजेपी नेता 75 साल में रिटायर होते हैं और आप 83 साल के हैं, क्या आप रुकने वाले नहीं हैं?
अजित पवार ने कहा था, ‘आपने मुझे सबके सामने एक खलनायक के रूप में चित्रित किया। मेरे मन में अब भी उनके (शरद पवार) लिए गहरा सम्मान है…लेकिन आप मुझे बताएं, आईएएस अधिकारी 60 साल की उम्र में सेवानिवृत्त होते हैं…यहां तक कि राजनीति में भी – भाजपा नेता 75 साल की उम्र में सेवानिवृत्त होते हैं। आप लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का उदाहरण देख सकते हैं… इससे नई पीढ़ी को आगे बढ़ने का मौका मिलता है…”
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने 5 जुलाई को बांद्रा में पार्टी विधायकों और अन्य कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह बातें कहीं थीं। उन्होंने कहा था कि आप (शरद पवार) हमें अपना आशीर्वाद दें… दूसरे दिन, वह वाईबी चव्हाण स्मारक गए… मैं भी वहां गया हूं… लेकिन आप 83 वर्ष के हैं, क्या आप रुकने वाले नहीं हैं?… हमें अपना आशीर्वाद दें और हम प्रार्थना करेंगे कि आप लंबी उम्र जिएं।
इस साल दो जुलाई को अजित पवार और आठ विधायकों के एकनाथ शिंदे नीत महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के बाद शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा विभाजित हो गई थी। महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के तुरंत बाद अजित पवार ने कहा था कि उनके चाचा बूढ़े हो गए हैं और उन्हें अगली पीढ़ी के लिए पार्टी की कमान संभालने का रास्ता बनाना चाहिए।
शरद पवार ने 1999 में राकांपा की स्थापना की। वह 27 साल की कम उम्र में पहली बार विधायक बने। 1978 में 38 साल की उम्र में राज्य के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बने। वो महाराष्ट्र के चार बार मुख्यमंत्री भी रहे। उन्होंने रक्षा मंत्री के रूप में भी कार्य किया। वह पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की कैबिनेट में कृषि मंत्री थे।