छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अभी भी आश्चर्य जताते हुए कहते हैं कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह मुख्यमंत्री बनेंगे। वह कहते हैं कि वह एक किसान के बेटे हैं, उन्हें कम उम्र में कई जिम्मेदारियां मिलीं लेकिन उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उन्हें यह पद मिलेगा। वह कहते हैं,”मैं एक किसान का बेटा हूं और मुझे कम उम्र में जिम्मेदारियां मिलीं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं इस पद तक पहुंचूंगा। मैं लगातार दो बार विधायक चुना गया और चार बार सांसद रहा। मैंने पीएम मोदी के मार्गदर्शन में राज्य मंत्री के रूप में भी काम किया। यह सब बातें सीएम विष्णु देव साय ने एक विशेष इंटरव्यू में समाचार एजेंसी एएनआई के साथ साझा की हैं। सीएम ने कहा, ”मुझे विश्वास है कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन में मैं इस पद की जिम्मेदारी पूरी कर सकूंगा।”
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि जो कार्यकर्ता पूरी निष्ठा से अपना काम करते हैं, उन्हें पार्टी पुरस्कृत भी करती है। ये सिर्फ बीजेपी में ही संभव है। अन्य पार्टियां वंशवादी राजनीति का पालन करती हैं लेकिन भाजपा लोकतांत्रिक है। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की सत्ता में वापसी से नक्सलियों में डर पैदा हो गया है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा,”बीजेपी ने हमेशा से ही नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ी है, लेकिन जब राज्य में कांग्रेस सत्ता में आई तो सब कुछ बदल गया, नक्सलियों ने कहा अब हमारी सरकार सत्ता में है लेकिन जैसे ही बीजेपी फिर से सत्ता में आई अब उन्हें डर महसूस हो रहा है।” विष्णु देव साय ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली।
विष्णु देव साय ने बीजेपी के पूर्व राज्य प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री सहित विभिन्न पदों पर काम किया है। वह प्रभावशाली साहू (तेली) समुदाय से आते हैं, जिनकी दुर्ग, रायपुर और बिलासपुर संभाग में बड़ी माजूदगी है। उन्होंने 2020 से 2022 तक छत्तीसगढ़ के लिए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में काम किया। वह पहले पीएम मोदी कैबिनेट में केंद्रीय खान और इस्पात राज्य मंत्री थे। आदिवासी मतदाताओं के बीच उनका काफी सम्मान है।