संसद पर 2001 में किए गए आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार को, सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना सामने आई। लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए और ‘केन’ के जरिये पीले रंग का धुआं फैला दिया। घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया। इस घटना के कुछ देर बाद ही पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली ‘केन’ लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले एक पुरुष और एक महिला को गिरफ्तार किया गया। इस घटना के मुख्य आरोपी ललित मोहन झा ने बृहस्पतिवार रात को नयी दिल्ली के एक पुलिस थाने में सरेंडर कर दिया।
इस बीच पुणे के वकील असीम सरोदे ने महाराष्ट्र के लातूर के अमोल शिंदे को कानूनी सहायता की पेशकश की है। अमोल बुधवार को संसद सुरक्षा उल्लंघन के मामले में आरोपी है, उसे गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत गिरफ्तार किया गया है। सरोदे ने कहा कि जहां युवाओं की हरकतें निंदनीय हैं, वहीं सरकार को उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों पर भी विचार करना चाहिए। शिंदे और गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों के परिवारों ने कहा कि वे नौकरी नहीं मिलने से निराश थे।
सरोदे ने यह भी कहा कि इस हरकत के जरिए उनका आतंक फैलाने का कोई इरादा नहीं था। सरोदे ने द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान कहा, “मेरा मानना है कि उन्हें उनके अपराध के हिसाब से सज़ा मिलनी चाहिए। यूएपीए लगाना गलत है क्योंकि उनका किसी भी आपराधिक गतिविधि को करने का इरादा नहीं था। वे चाहते थे कि सरकार उनके जीवन को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करे और समाधान दे।”
वकील सरोदे ने कहा कि उन्होंने लातूर के जरी गांव में अमोल शिंदे के भाई से बात की है और 25 वर्षीय शिंदे को जमानत दिलाने में मदद करने सहित कानूनी सहायता प्रदान करने का विश्वास दिलाया है। वकील ने कहा कि अमोल के परिवार ने मुझे बताया कि घटना के बाद से उसने उनसे बात नहीं की है और दिल्ली पुलिस ने भी उनसे संपर्क नहीं किया है या उनके खिलाफ मामले के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। सरोदे ने कहा कि अमोल के खिलाफ दर्ज किए गए अपराध के बारे में जानना उसका और उसके परिवार का अधिकार है।”
सरोदे ने कहा कि उन्होंने दिल्ली में अपने लीगल सहयोगियों से संपर्क किया और उनसे अमोल शिंदे को तुरंत कानूनी सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया। सरोदे ने कहा, “मैं यह सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली की यात्रा करने के लिए तैयार हूं कि इन युवाओं को कानून प्रवर्तन के हाथों असंगत रूप से कठोर सजा का सामना न करना पड़े।”
सदन में कूदने वाले दोनों व्यक्तियों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी के रूप में हुई है। संसद भवन के बाहर से गिरफ्तार किए गए दो लोगों की पहचान हरियाणा के जींद जिले के गांव घासो खुर्द की निवासी नीलम (42) और लातूर (महाराष्ट्र) के निवासी अमोल शिंदे (25) के रूप में हुई है।