दक्षिण कोरिया में इस समय बूढ़ी होती आबादी एक बड़ी चिंता का सबब बनी हुई है। वहां पर बच्चों का जन्म बहुत कम हो रहा है, फर्टिलिटी रेट न्यूनतम स्तर पर पहुंच चुका है। यहां महिलाएं बच्चे पैदा नहीं कर रहीं और देश की आबादी लगातार घटती जा रही है। एक रिपोर्ट के हवाले से तो यहां तक कह दिया गया है कि 2025 तक फर्टिलिटी रेट 0.78 से 0.25 तक गिर जाएगा।
जानकारी के लिए बता दें कि किसी भी देश में एक स्थिर जनसंख्या के लिए बर्थ रेट 2.1 रहना चाहिए, लेकिन दक्षिण कोरिया में आने वाले कई सालों तक ये स्थिति बनती नहीं दिख रही। वहां की जनसंख्या तो 51.75 मिलियन से गिरकर 36.22 मिलियन तक पहुंच सकती है। यानी कि 1977 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट इस देश में देखने को मिल सकती है। हालात ऐसे बन रहे हैं कि सरकार को सोचना पड़ रहा है कि सेना में नई भर्ती कैसे की जाएंगी, अगर बच्चे ही पैदा नहीं हुए तो नौजवानों की संख्या घटती चली जाएगी।
साउथ कोरिया के लिए चिंता का ट्रेंड ये भी है कि साल 2015 से ही इस देश की जनसंख्या गिरती जा रही है। इसके ऊपर 2020 के बाद से तो यहां मौतें ज्यादा हो रही हैं और नए बच्चों का जन्म उसकी तुलना में कम चल रहा है। ऐसे में एक साथ बुढ़ापे और कम जनसंख्या की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। वैसे चीन, अमेरिका, जापान जैसे देशों में ये समस्या चल रही है, वहां भी आबादी जल्दी बूढ़ी हो रही है। वहां भी नौजवानों की संख्या कम चल रही है। इस समय युवाओं के मामले में भारत को सबसे आगे बताया जा रहा है, यहां की बड़ी आबादी अभी यंग बताई जा रही है।