ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की लोकप्रियता में खासी गिरावट आई है। YouGov द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक ब्रिटेन में 70 प्रातिशत लोगों की राय है कि प्रधानमंत्री बदला जाना चाहिए यानी वह अब ऋषि सुनक को पसंद नहीं करते हैं। कहा जा रहा है कि उनकी सरकार को रवांडा नीति विवाद का सामना करना पड़ रहा है। उनको नापसंद करने की रेटिंग का ग्राफ लगातार गिर रहा है। सर्वे कहता है कि ऋषि सुनक की नेट फेवरेबिलिटी रेटिंग माइनस 49 पर है। जो नवंबर के आखिर से 10 अंक कम है और पिछले साल अक्टूबर में पीएम बनने के बाद से उनका सबसे कम स्कोर है।
सर्वे के मुताबिक 2019 टोरी वोटर्स में से 56 प्रतिशत ने कहा कि उनका ऋषि सुनक के बारे में पॉज़िटिव मानना है जबकि 40 प्रतिशत निगेटिव राय रखते थे। ऋषि सुनक का यह स्कोर पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन के कार्यकाल के अंतिम महीनों के स्कोर के बराबर है, लेकिन यह अभी भी पूर्व पीएम लिज़ ट्रस से ज्यादा है। इन दिनों ऋषि सुनक खासी चुनौतियों से गुजर रहे हैं और ऐसे में इस सर्वे का आना उन्हें परेशान कर सकता है।
YouGov सर्वे यह भी बताता है कि विपक्षी लेबर पार्टी को पसंद करने वाले लोगों की तादाद में फिलहाल बढ़ गई है। दरअसल ऋषि सुनक और उनकी पार्टी को रवांडा नीति विवाद की वजह से काफी आलोचना का सामना करना पड़ा है।
ब्रिटेन की पार्लियामेंट में नया आप्रवासी नीति बिल पेश किया गया है। जानकारी के लिए बता दें कि इसे ‘स्टोप द बोट’ बिल भी कहा जाता है। अब यह समझिए कि यह विवादित क्यों है? तो इस बिल के जरिए उन लोगों को रोकने की बात कही जा रही है जो अवैध तरीके से समुद्र के रास्ते ब्रिटेन पहुंचते हैं। ऐसे लोगों को रोका जाएगा और पकड़ में आ गए तो हिरासत में ले लिया जाएगा। ऐसे लोगों को रवांडा भेज दिया जाएगा, रवांडा से बात कर ब्रिटिश सरकार ने ऐसी व्यवस्था की है कि वे इन लोगों को बसा लेंगे। इस ही मुद्दे को लेकर कि ब्रिटिश सरकार को शरणार्थियों की बात सुननी चाहिए, विवाद छिड़ा हुआ है।