साल 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले की बरसी पर बुधवार को संसद की सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना हुई। सागर शर्मा और मनोरंजन डी नाम के दो शख्स लोकसभा में शून्यकाल के दौरान दर्शक दीर्घा से कूद गए और केन के जरिये पीला धुआं फैलाते हुए नारेबाजी की। हालांकि, सदन में मौजूद सांसदों ने उन्हें पकड़ लिया। संसद की सुरक्षा में सेंधमारी पर ललित झा के ही मास्टरमाइंड होने का शक गहराया। उसने ही वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया था। ललित फिलहाल फरार है और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल उनकी तलाश कर रही है।
अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली पुलिस ललित को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। कोलकाता निवासी ललित पेशे से शिक्षक है औरइस घटना का मुख्य साजिशकर्ता माना जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह से प्रभावित होकर ललित और 5 अन्य लोग ऐसा कार्य करने के लिए प्रेरित हुए जो देश का ध्यान आकर्षित कर सके। जांच से जुड़े एक अधिकारी के अनुसार, सोशल मीडिया पर एक-दूसरे के संपर्क में आने के बाद सभी छह लोग फेसबुक पर भगत सिंह फैन पेज से जुड़े।
ललित, सागर और मनोरंजन करीब एक साल पहले मैसूर में मिले थे, जहां उन्होंने संसद में घुसने की योजना बनाई थी। बाद में उन्होंने नीलम और अमोल को योजना में शामिल कर लिया। अधिकारी ने कहा, ललित ने मोर्चा संभाला और मनोरंजन को मानसून सत्र के दौरान संसद के सभी एंट्री पॉइंट्स की रेकी करने का निर्देश दिया। अधिकारी ने कहा, “जुलाई में मनोरंजन दिल्ली आया और एक सांसद के नाम पर जारी विजिटर पास पर संसद के अंदर गया। वहां उसे पता चला कि जूतों की तलाशी नहीं होती है।”
बुधवार को ललित चार अन्य लोगों के साथ संसद आया। जब उसे उनमें से केवल दो पास मिले, तो ललित ने उन चारों सागर, मनोरंजन, नीलम और अमोल के मोबाइल फोन अपने साथ ले जाने का फैसला किया। संसद परिसर के अंदर और बाहर जिन रंगीन कैन का छिड़काव किया गया वे अमोल द्वारा कल्याण, महाराष्ट्र से लाए गए थे।
ललित की आखिरी लोकेशन राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर नीमराना में मिली थी। पुलिस ने पहले कहा था कि सभी पांचों 10 दिसंबर को इकट्ठा हुए थे और गुरुग्राम में विशाल शर्मा के आवास पर रुके थे। पुलिस सूत्रों ने बुधवार को कहा कि सुरक्षा उल्लंघन पूरी तरह से समन्वित और अच्छी तरह से प्लान किया गया था। एक अधिकारी ने कहा कि उन सभी की विचारधारा एक जैसी थी इसलिए उन्होंने सरकार को एक संदेश देने का फैसला किया।
पुलिस ने कहा कि इस घटना की योजना छह लोगों ने मिल कर बनाई थी और ये चारों लोग उसी समूह का हिस्सा हैं। पुलिस के सूत्रों के मुताबिक संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले छह लोग देश के अलग-अलग शहरों से हैं और इन्होंने मैसेजिंग प्लेटफॉर्म के जरिए बातचीत कर इस घटना को अंजाम देने की साजिश रची, जिसके लिए ये लोग हरियाणा के गुरुग्राम में एक फ्लैट में एकत्र हुए। हालांकि, पुलिस का कहना है कि मुख्य साजिशकर्ता कोई और है। सदन में कूदने वाले दोनों व्यक्तियों पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी के रूप में हुई है। संसद भवन के बाहर से गिरफ्तार किए गए दो लोगों की पहचान हरियाणा के जींद जिले के गांव घासो खुर्द निवासी नीलम (42) और लातूर (महाराष्ट्र) निवासी अमोल शिंदे (25) के रूप में हुई है।