बुधवार को संसद भवन के बाहर और अंदर से गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों से पुलिस की पूछताछ जारी है। पुलिस ने इन चारों पर UAPA के तहत मामला दर्ज किया है। दिल्ली पुलिस सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, ये चारों लोग करीब डेढ़ साल पहले फेसबुक के जरिए संपर्क में आए थे और भगत सिंह के नाम पर बनाए गए एक ग्रुप का हिस्सा है। पुलिस ने जिस पांचवे आरोपी को गुरुग्राम से उसके घर से गिरफ्तार किया है, उसका नाम विशाल शर्मा है जबकि एक अन्य आरोपी ललित झा अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सदन में कूदने वाले मनोरंजन डी व सागर शर्मा और संसद के बाहर प्रदर्शन करने वाले अमोल शिंदे और नीलम आजाद कुछ दिन पहले अलग-अलग साधनों से दिल्ली पहुंचे। इन चारों को ललित झा अपने दोस्त विक्की के गुरुग्राम स्थित घर पर लेकर पहुंचा। ललित झा ने बुधवार को नीलम और अमोल का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है, जिसमें दोनों संसद के बाहर रंगीन धुआं करते नजर आ रहे हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, आरोपियों ने जनवरी में ही सुरक्षा में सेंध लगाने की प्लानिंग कर ली थी और मनोरंजन डी ने मानसून सत्र के दौरान पार्लियामेंट कॉम्पेक्स की रेकी की थी। प्रारंभिक पूछताछ के आधार पर सूत्रों ने बताया कि आरोपियों ने दावा किया है कि वो वर्तमान सरकार की वर्किंग स्टाइल से खुश नहीं थे और मणिपुर, महंगाई व किसानों की समस्या को लेकर देश को एक मैसेज देना चाहते थे।
सूत्रों ने बताया कि उन्होंने दावा किया कि वे अपने आदर्श शहीद भगत सिंह की तरह एक मैसेज देना चाहते थे और इसलिए वे संसद गए। सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, मनोरंजन ने अपने लोकल सांसद प्रताप सिम्हा के पर्सनल स्टॉफ के साथ कोऑर्डिनेट कर 14 दिसंबर के लिए विजिटर पास मांगा था। ऑफिशियल स्टॉफ ने उसे मंगलवार को कॉल कर 13 दिसंबर के पास लेने के लिए कहा। इसके लिए वे सुबह विकी के घर से रेडियो टैक्सी के जरिए संसद पहुंचे।
सूत्रों ने बताया कि संसद पहुंचने के बाद मनोरंजन और सागर शर्मा अंदर गए जबकि नीलम, ललित झा और अमोल शिंदे ने बाहर इंतजार किया। संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने से करीब 15-16 घंटे पहले सागर शर्मा ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “जीते या हारें, पर कोशिश तो जरूरी है। अब देखना ये है, सफर कितना हसीन होगा… उम्मीद है फिर मिलेंगे।”