इजरायल और हमास के बीच युद्ध अभी भी जारी है। इस बीच इसको लेकर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने आपात बैठक बुलाई। संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में तत्काल सीजफायर के लिए प्रस्ताव पेश किया गया। इस प्रस्ताव के पक्ष में भारत ने भी वोट डाला। भारत के अलावा 152 देशों ने सीजफायर के पक्ष में वोटिंग की।
भारत सहित 153 देशों ने जहां प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया तो वहीं अमेरिका, इज़रायल और ऑस्ट्रिया सहित 10 देशों ने इसके विरोध में मतदान किया। इसके अलावा अर्जेंटीना, यूक्रेन और जर्मनी सहित 23 देशों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया।
प्रस्ताव में ‘तत्काल मानवीय युद्धविराम’, सभी बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई और साथ ही मानवीय पहुंच सुनिश्चित करने की मांग की गई है। इसमें मांग की गई है कि सभी पक्ष नागरिकों की सुरक्षा के संबंध में मानवीय कानून सहित अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अपने दायित्वों का पालन करें। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि 7 अक्टूबर को इजरायल में एक आतंकवादी हमला हुआ। उन्होंने कहा कि वहां भारी मानवीय संकट है और बड़े पैमाने पर मानव जीवन की हानि हुई है।
रुचिरा कंबोज ने कहा, “भारत ने महासभा द्वारा हाल ही में अपनाए गए प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया है। 7 अक्टूबर को इज़रायल में आतंकवादी हमला और उस समय बंधक बनाए गए लोगों की चिंता है। वहां एक विशाल मानवीय संकट है और बड़े पैमाने पर नागरिक जीवन की हानि हो रही है, विशेषकर महिलाओं और बच्चों की। सभी परिस्थितियों में अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करने का मुद्दा है।”
रुचिरा कंबोज ने कहा कि भारत वर्तमान समय में क्षेत्र के सामने मौजूद कई चुनौतियों के समाधान के लिए एक साझा आधार खोजने में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की एकता का स्वागत करता है। रुचिरा कंबोज ने कहा, “इस असाधारण कठिन समय में हमारी चुनौती सही संतुलन बनाना है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय जिन चुनौतियों का सामना कर रहा है, उसकी गंभीरता और कठिनाई को महासचिव ने संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के अनुच्छेद 99 का आह्वान करते हुए रेखांकित किया है।”