पंजाब में 2021-22 में सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या घायलों से ज्यादा रही। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों से पता चलता है कि पड़ोसी राज्य हरियाणा में इसका उलटा है। वहां हादसों में घायल लोगों की संख्या मृतकों से अधिक रही। सड़क दुर्घटनाओं में आमतौर पर चोटिल लोगों की संख्या मृतकों से ज्यादा होती है लेकिन आंकड़ों से पता चलता है कि पंजाब जैसे कुछ राज्यों में घायलों की तुलना में मृतकों की संख्या अधिक रही है। पंजाब में 2022 में 6,122 सड़क दुर्घटनाओं में 4,688 लोगों की मौत हुई और 3,372 लोग घायल हुए। इससे पिछले वर्ष 6,097 सड़क दुर्घटनाओं में 4,516 लोगों की मौत हुईं और 3,034 लोग घायल हुए।
हरियाणा में 2021 में 10,049 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं और 2022 में यह आंकड़ा मामूली रूप से बढ़कर 10,654 हो गया। हरियाणा में 2021 में सड़क दुर्घटनाओं में 4,983 लोगों की मौत हुई जबकि 2022 में यह आंकड़ा 5,228 रहा। राज्य में इन दो वर्ष में दुर्घटनाओं में क्रमश: 7,972 और 8,353 लोग घायल हुए।
उधर, लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर रविवार को एक कार की चपेट में आने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि छह अन्य लोग घायल हो गए। पुलिस ने कहा कि घटना के समय ये लोग बस आने का इंतजार कर रहे थे। पुलिस क्षेत्राधिकारी अशोक कुमार ने कहा, “रविवार को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर नौ लोग एक बस का इंतजार कर रहे थे। एरवाकटरा थाना क्षेत्र में एक तेज रफ्तार कार ने इन लोगों को टक्कर मार दी।”
उन्होंने बताया कि क्षेत्र के नगला पहाड़ी गांव के रमन सिंह (40), उनका भतीजा आराध्य (8) और उनकी बेटी गुनगुन (10) की इस दुर्घटना में मृत्यु हो गई, जबकि अन्य छह लोग घायल हो गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और कार के चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।