FBI Chief Christopher A Wray India Visit: संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के निदेशक क्रिस्टोफर ए रे अगले सप्ताह भारत आएंगे। रे का यह दौरा ऐसे वक्त हो रहा है, जब अमेरिकी संघीय अभियोजकों द्वारा एक भारतीय नागरिक और एक अनाम भारतीय अधिकारी पर अमेरिकी धरती पर खालिस्तान अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है।
सूत्रों के मुताबिक, 11-12 दिसंबर को भारत आने वाले क्रिस्टोफर ए रे के साथ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) प्रमुख दिनकर गुप्ता के साथ तीन प्रमुख मुद्दे उठाने की उम्मीद है। जिसमें खालिस्तान आतंकवाद, गैंगस्टर सांठगांठ और जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद शामिल है। 2017 में कार्यभार संभालने के बाद रे की यह पहली भारत यात्रा है, और 12 वर्षों में किसी एफबीआई निदेशक की पहली यात्रा है।
सूत्रों ने कहा कि इसको लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं और एनआईए प्रतिबंधित सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) संगठन के संस्थापक नामित ‘व्यक्तिगत आतंकवादी’ गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ मामलों और सबूतों सहित कई मुद्दों पर चर्चा करेगी। इसमें अमेरिकी नस्ल का गैंगस्टर दरमनजोत सिंह काहलों, जिसने लोकप्रिय पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला को खत्म करने के लिए हथियार मुहैया कराए थे और खालिस्तान समर्थक जिन्होंने कथित तौर पर मार्च में सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में तोड़फोड़ की थी।’
सूत्रों ने कहा कि रे के केंद्रीय खुफिया एजेंसियों और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से भी मिलने की संभावना है। सूत्रों ने आगे बताया कि आमतौर पर, एनआईए और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के अधिकारी अपने मामलों और अपराधियों पर चर्चा करने के लिए एफबीआई के कानूनी अताशे से मिलते हैं। यह पहली बार है कि वे एफबीआई निदेशक के सामने सभी सबूत और मामले पेश करने जा रहे हैं।’
सूत्रों ने कहा कि एफबीआई की कानूनी अताशे टीम, अमेरिकी दूतावास के कर्मी और राष्ट्रीय सुरक्षा और कानून प्रवर्तन अधिकारी भी साथ होंगे। संपर्क करने पर अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा, “मुझे इस पर घोषणा करने के लिए कुछ नहीं है।”
इस सप्ताह की शुरुआत में, व्हाइट हाउस ने पुष्टि की थी कि पन्नू की हत्या की कथित साजिश पर उसके दौरे पर आए प्रधान उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जोनाथन फाइनर और शीर्ष भारतीय अधिकारियों के बीच बैठकों में चर्चा हुई थी। फाइनर ने सोमवार को एनएसए अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की।
29 नवंबर को अमेरिकी संघीय अभियोजकों ने 52 वर्षीय भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर पन्नू को मारने की कथित साजिश में एक अज्ञात भारतीय सरकारी कर्मचारी के साथ काम करने का आरोप लगाया था। अमेरिकी अभियोजकों ने मैनहट्टन अदालत को सूचित किया कि चेक गणराज्य के अधिकारियों ने गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है।
इंडियन एक्सप्रेस ने पहले बताया था कि गुप्ता को अभियोग दायर होने से कुछ दिन पहले नवंबर के मध्य में प्राग में एक उच्च सुरक्षा जेल सुविधा से अमेरिकी क्षेत्राधिकार में स्थानांतरित कर दिया गया था।
भारत ने इसे ”चिंता का विषय” बताते हुए उच्च स्तरीय जांच की घोषणा की थी। पन्नू विभिन्न आतंकी आरोपों में भारतीय जांच एजेंसियों द्वारा वांछित है।
फाइनेंशियल टाइम्स ने अनाम स्रोतों का हवाला देते हुए पहली बार पिछले महीने रिपोर्ट दी थी कि अमेरिकी अधिकारियों ने पन्नू की हत्या की साजिश को नाकाम कर दिया था, और इस साजिश में शामिल होने की चिंताओं पर भारत सरकार को चेतावनी जारी की थी।