भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने विधानसभा चुनावों में शानदार जीत हासिल की है। अब पार्टी पूरी तरह से इस जीत का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को देने के प्रयास में है। 2014 में सत्ता में आई मोदी सरकार ने 2019 से होते हुए अब 2024 के आम चुनावों की राह देखी है, बीजेपी इस प्रयास में है कि 2024 में भी अपनी जीत को बरकरार रख पाए। मोदी सरकार ने साल 2023 में कई बड़े मुद्दों को लेकर सुर्खियों बटोरी, कई ऐसे मुद्दे भी रहे जिन्हें विधानसभा चुनावों के दौरान चर्चा के पटल पर रखा गया। हम इस आर्टिकल में ऐसे तीन मुद्दों पर लिख रहे हैं जिन्हें मोदी सरकार के सबसे प्राभावी कदमों के तौर पर देखा जाता है।
मोदी सरकार ने 2019 के आम चुनावों के बाद अपनी व्यापार समर्थक और शहरी छवि से इतर गरीब वर्ग की हितैषी पार्टी के तौर पर अपने आधार को बढ़ाया, और कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की, जिससे सरकार को काफी मदद मिली है। मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई डायरेक्ट कैश ट्रांसफर स्कीम, मुफ्त राशन और किफायती गैस सिलेंडर जैसी कई योजनाएं मतदाताओं के बीच लोकप्रिय रही हैं।
अगर हम नजर डालेंगे विधानसभा चुनावों के दौरान पीएम मोदी की रैलियों पर तो खास तौर पर देख पाएंगे कि वे लगातार अपनी ऐसी योजनाओं को लोगों के बीच रखते रहे और जोर-शोर से इन योजनाओं को उठाते रहे। सरकार का दावा है कि 800 मिलियन से ज्यादा लोगों को मुफ्त राशन प्रदान किया जाता है, यह एक प्राभवी दावा माना गया है। मध्य प्रदेश में जहां भाजपा की भारी जीत हुई, महिलाओं के खिलाफ उच्च अपराध दर के बावजूद कैश ट्रांसफर स्कीम ने महिला मतदाताओं को पार्टी की ओर आकर्षित किया और यह काफी प्राभवी रही है।
बीजेपी ने इस ओर पूरी तरह से ध्यान केन्द्रित किया है कि प्रधानमंत्री मोदी की छवि को 2024 के आम चुनाव से पहले किसी ना किसी तरह विकास पुरुष के तौर पर पेश किया जाए और विदेशों में मोदी के ‘डंके’ के तहत प्रचारित किया जाए। पीएम मोदी के एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर 93 मिलियन फॉलोअर्स हैं और यहां से लगातार यह प्रसारित किया गया है कि उन्होने विदेशों में अपना काफी प्रभाव दिखाया है। पश्चिमी देशों के साथ नई दिल्ली के संबंधों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। वहीं भारत ने खुद को ग्लोबल साउथ के लीडर के तौर पर भी पेश किया है।
साल 2023 में दो ऐसे अहम काम अमल में आए जिसकी चर्चा मोदी सरकार की प्रभावी छवि को लेकर की जा रही है। एक चंद्रयान-3 की सफलता और दूसरा G20 का राजधानी दिल्ली में होने और भारत की अध्यक्षता। चंद्रयान-3 की सफलता मिशन के बाद मोदी सरकार ने काफी सुर्खियां बटोरी थी जबकि विपक्ष ने कहा कि इसका श्रेय वैज्ञानिकों को जाना चाहिए।
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के दौरान पीएम मोदी टीवी स्क्रीन पर मौजूद थे और बीजेपी ने इसे पूरी तरह अपनी सफलता की झोली में डालने के प्रयास भी किए। दूसरा अहम प्राभवी कदम G20 का सफल समापन था। G20 की अध्यक्षता करना पिछले कुछ वर्षों में पीएम मोदी की कुछ उपलब्धियों में से एक मानी गई। इस दौरान अमेरिका सहित दुनिया के कई बड़े देश के प्रातिनिधि दिल्ली पहुंचे, इस कार्यक्रम के एजेंडे से इतर दूसरी तस्वीर में प्रमुखता से पीएम मोदी को दुनिया के बड़े नेताओं से मिलते हुए दिखाया गया। मोदी सरकार ने G20 का सफल आयोजन कर इसे अपने एक प्राभवी काम के तौर पर भी प्रोजेक्ट किया और कुछ हद तक पार्टी इसमें कामयाब भी हुई।