One Flag-One Constitution: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस पर तंज कसा है। जिसमें शाह ने कहा था कि किसी देश में एक से अधिक संविधान और ध्वज कैसे हो सकते हैं। अमित शाह के इसी बयान पर शशि थरूर ने कहा, ‘कल गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा था कि किसी देश में 1 से अधिक संविधान, एक से अधिक ध्वज कैसे हो सकते हैं?’
शशि थरूर ने कहा, ‘अगर वे दुनिया भर में देखें तो ऐसे कई देश हैं जहां एक से अधिक संविधान, एक से अधिक ध्वज हैं। थरूर ने इसके लिए उदाहरण के तौर पर कई देशों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका के 50 राज्यों में हर एक का अपना संविधान और अपना ध्वज है।
थरूर ने आगे कहा कि इतना ही नहीं ऑस्ट्रेलिया में उनके पास न केवल अपना संविधान है और अपना ध्वज है, बल्कि प्रत्येक राज्य का अपना प्रधानमंत्री भी है… आप कह सकते हैं कि भारत में हम ऐसा नहीं चाहते। यह ठीक है लेकिन यह मत कहो कि किसी भी देश के पास यह नहीं हो सकता क्योंकि अन्य देशों के पास यह है।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा था कि देश में ‘एक ध्वज, एक प्रधानमंत्री, एक संविधान’ की अवधारणा कोई राजनीतिक नारा नहीं है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस सिद्धांत में दृढ़ता से विश्वास करती है। उसने जम्मू कश्मीर में आखिरकार यह कर दिखाया है।
लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के सदस्य सौगत राय ने कहा कि देश में ‘एक निशान, एक प्रधान, एक संविधान’ एक ‘राजनीतिक नारा’ था। इस पर शाह ने आश्चर्य जताया कि एक देश में दो प्रधानमंत्री, दो संविधान और दो ध्वज कैसे हो सकते हैं। उन्होंने राय की टिप्पणियों को ‘आपत्तिजनक’ करार दिया।
विपक्षी सदस्यों की एक टिप्पणी का जवाब देते हुए शाह ने कहा था कि जिसने भी यह किया था, वह गलत था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसे सही किया है। आपकी सहमति या असहमति कोई मायने नहीं रखती। पूरा देश यह चाहता था। शाह की यह टिप्पणी जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने के स्पष्ट संदर्भ में की गई थी।
शाह ने आगे कहा था कि एक निशान, एक प्रधान, एक संविधान’ कोई चुनावी नारा नहीं था। उन्होंने कहा कि हम 1950 से कहते आ रहे हैं कि एक देश में एक प्रधानमंत्री, एक (राष्ट्रीय) ध्वज और एक संविधान होना चाहिए और हमने ऐसा किया है।