पाकिस्तान के कराची की रहने वाली जावेरिया खानम शादी के लिए भारत आईं हैं। वह अपने मंगेतर कोलकाता निवासी समीर खान से शादी करने के लिए मंगलवार को भारत पहुंचीं हैं। 21 वर्षीय महिला जावेरिया खानम को भारत सरकार ने 45 दिन का वीजा दिया है। उन्होंने वाघा सीमा के माध्यम से भारत में प्रवेश किया और उनके मंगेतर समीर और ससुर अहमद कमाल खान यूसुफजई ने ‘ढोल’ की थाप पर उनका स्वागत किया।
कोविड महामारी के कारण वे पहले शादी नहीं कर पाए और उनका वीजा आवेदन पहले दो बार खारिज कर दिया गया था। जावेरिया के भारत आने के बाद इस जोड़े ने मीडिया से बातचीत की। मंगेतर समीर ने कहा, “मैं भारत सरकार को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। जब इरादे नेक हों तो सीमाएं मायने नहीं रखतीं।” समीर और जावेरिया अगले साल जनवरी में शादी करेंगे, जिसके बाद वह लंबी अवधि के वीजा के लिए आवेदन करेंगी।
जावेरिया ने कहा, “मुझे 45 दिनों का वीजा दिया गया है। मैं यहां आकर बहुत खुश हूं। यहां आते ही मुझे पहले से ही बहुत प्यार मिल रहा है। जनवरी के पहले हफ्ते में शादी होगी। यह एक सुखद अंत और एक सुखद शुरुआत है। घर पर सभी लोग बहुत खुश थे। मैं विश्वास नहीं कर पा रहीं हूं कि मुझे पांच साल बाद वीजा मिला है।”
पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता मकबूल अहमद वासी कादियान ने जावेरिया को भारत आने के लिए वीजा दिलाने में मदद की। उन्होंने कई पाकिस्तानी दुल्हनों को वीजा दिलाने में मदद की है। जवेरिया के साथ अपने रिश्ते के बारे में बात करते हुए समीर ने कहा, “यह मई 2018 में शुरू हुआ। मैं जर्मनी से घर आया था जहां मैं पढ़ रहा था। मैंने अपनी मां के फोन पर उसकी तस्वीर देखी और अपनी रुचि व्यक्त की। मैंने अपनी मां से कहा कि मैं जावेरिया से शादी करना चाहता हूं।” उन्होंने यह भी कहा कि जर्मनी, अफ्रीका, स्पेन, संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य देशों से उनके दोस्त उनकी शादी में शामिल हो सकते हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए जावेरिया खानम ने कहा, “मुझे बहुत खुशी हो रही है। भारत सरकार और मकबूल अहमद का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं। मुझे यहां पर बहुत अच्छा लग रहा है। मैं जल्द ही लॉन्ग टर्म वीजा भी अप्लाई करूंगी।”