तेलंगाना के चुनावी नतीजे आने के बाद से मुख्यमंत्री पद को लेकर लगातार कशमकश चल रही थी। हालांकि अब कांग्रेस आलाकमान ने रेवंत रेड्डी के नाम पर मुहर लगा दी है। वह राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे। हैदराबाद में सीएलपी की बैठक में सर्वसम्मति से यह फैसला आलाकमान पर छोड़ दिया गया। सूत्रों का कहना है कि 7 दिसंबर को सुबह 11 बजे रेवंत रेड्डी मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। उनके अलावा कई अन्य विधायक भी मंत्रीपद की शपथ ले सकते हैं।
तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी के समर्थकों ने मंगलवार को हैदराबाद में प्रदर्शन किया और उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की मांग की। एक समर्थक ने कहा, ‘हमारी कोई और मांग नहीं है। हमने इतने दिनों तक भाजपा और बीआरएस से लड़ाई लड़ी। एक रेवंत रेड्डी की वजह से 65 विधायक जीते। हम चाहते हैं कि रेवंत रेड्डी को सीएम बनाने के अलावा और कुछ नहीं बनाया जाए।’ बता दें कि रेवंत रेड्डी ने 8 साल पहले कसम खाई थी कि मेरे जीवन का उद्देश्य केसीआर (के.चंद्रशेखर राव) को गद्दी से उतारना और उनके परिवार को राजनीति से खत्म कर देने का है। अब हुए विधानसभा चुनावों में उन्होंने ये सच कर दिखाया है। राज्य में उनकी अगुवाई में कांग्रेस ने भारत राष्ट्र समिति को बडे़ अंतर से उखाड़ फेंका है।
रेवंत रेड्डी ने अपनी राजनीति की शुरुआत एबीवीपी से की। इसके बाद वह तेलगू देशम पार्टी, टीडीपी में भी रहे और बाद में कांग्रेस में शामिल होकर पार्टी की जीत के नायक बने। रेवंत रेड्डी ने 2019 में लोकसभा का चुनाव भी जीता था। वह साल 2017 में कांग्रेस में शामिल हुए थे लेकिन साल 2018 का विधानसभा चुनाव हार गए थे। इसके बाद साल 2019 में उन्होंने कांग्रेस से लोकसभा चुनाव में मलकाजगिरि से जीत हासिल की। 2020 में उन्हें मोहम्मद अजहरुद्दीन की जगह राज्य में कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया।