भ्रष्टाचार मामले में सजा काट रहे पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) को नया अध्यक्ष मिल गया है। मशहूर वकील और इमरान के राजदार गौहर अली खान के चेयरमैन बनते ही उनका विरोध भी शुरू हो गया। पार्टी के संस्थापक सदस्य अकबर एस बाबर ने कहा कि गौहर को चुना नहीं, बल्कि चेयरमैन के पद पर बैठाया गया हैं। वहीं, इमरान खान के कई पूर्व करीबी गौहर खान को समर्थन देने के लिए कतई तैयार नजर नहीं आते। पाकिस्तान में 8 फरवरी 2024 को आम चुनाव होने हैं।
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के रहने वाले: बैरिस्टर गौहर अली खान पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बुनेर जिले के एक सम्मानित राजनीतिक परिवार से आते हैं। उनके पिता दो बार प्रांतीय विधानसभा के सदस्य के रूप में चुने जा चुके हैं। गौहर खान ने स्कूली शिक्षा और कालेज के बाद इंग्लैंड की वाल्वरहैम्प्टन यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया। यहां से उन्होंने एलएलबी (आनर्स) की पढ़ाई की। वाल्वरहैम्प्टन यूनिवर्सिटी में उन्होंने एडवांस क्रिमिनल एविडेंस और कंपनी ला में पहला स्थान मिला। वो 13 पाकिस्तानी छात्रों में से एकमात्र छात्र थे, जिन्होंने (तत्कालीन) पहली बार फाइनल परीक्षा में काफी अच्छे ग्रेड हासिल किए थे और उन्हें बैरिस्टर-एट-ला (लिंकन इन) में बुलाया गया था। इसके बाद वो अमेरिका चले गए और वाशिंगटन स्कूल आफ ला में एडमिशन लिया। यहां से उन्होंने टैक्सेशन में एलएलएम की पढ़ाई पूरी की।
गौहर ने एलएलएम में 7 विषयों में ए प्लस ग्रेड हासिल किए थे। अमेरिकी से पढ़ाई पूरी करने के बाद वो पाकिस्तान लौट आए। साल 2016 से वो पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट के वकील हैं। वो पाकिस्तान के सभी हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में पेश हो चुके हैं। उनके पास ट्रायल कोर्ट में दीवानी और फौजदारी मुकदमे चलाने का अनुभव भी है। साथ ही वो पूर्व मुख्य न्यायाधीश इफ्तिखार मोहम्मद चौधरी के मामले में सुप्रीम कोर्ट न्यायिक परिषद के समक्ष भी पेश हो चुके हैं।
किसी दबाव के आगे नहीं झुकेंगे : एक सवाल के जवाब में गौहर ने कहा था कि यह तय मानिए कि मैं और पार्टी किसी दबाव के आगे नहीं झुकेंगे। हमने मुल्क के विकास की कसम खाई है और हम यही काम आगे भी करेंगे। इमरान यही करना चाहते थे और इसी वजह से उन्हें जेल में डाल दिया गया।
8 फरवरी को होने वाले चुनाव का जिक्र करते हुए गौहर ने कहा कि नतीजे आएंगे तो दुनिया हैरान रह जाएगी। आप देखेंगे कि हमारे सामने कोई नहीं टिक सकेगा। अवाम हमारे साथ है। इसलिए हमें किसी की परवाह नहीं।