मध्य प्रदेश के चुनाव परिणाम कांग्रेस पार्टी के लिए भारी निराशा लेकर आए हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में 114 सीटें जीतने वाली कांग्रेस पार्टी इस चुनाव में 66 सीटों पर सिमट गई है। कांग्रेस को उम्मीद थी कि वो एमपी में इस बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी लेकिन ‘बीजेपी के गढ़’ में जनता से उसे बड़ा झटका दिया।
एमपी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी इसलिए भी उत्साहित थी क्योंकि राज्य में राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ ने भी अच्छा समय बिताया था। एमपी में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने कुल 380 किलोमीटर का सफर तय किया था। इस दौरान यात्रा करीब 21 विधानसभा सीटों से होकर निकली लेकिन रविवार को जब नतीजे आए तो कांग्रेस ‘हक्की-बक्की’ रह गई।
जिन 21 विधानसभा सीटों से कांग्रेस पार्टी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’, उनमें से 17 विधानसभा सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है। राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पिछले साल 23 नवंबर से 4 दिसंबर के बीच एमपी के मालवा-निमाड़ क्षेत्र के छह जिलों, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, इंदौर, उज्जैन और आगर मालवा से होकर गुजरी थी। कांग्रेस यहां की 21 सीटों में से सिर्फ 4 पर जीत दर्ज कर पाई है। त जोड़ो यात्रा’ इंदौर जिले की सभी आठ सीटों पर पहुंची थी, यहां सभी आठ सीटों पर BJP विजयी रही।
2018 के चुनाव में इन 21 सीटों में से 14 पर बीजेपी की जीत हुई थी जबकि 7 पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से कांग्रेस को उम्मीद थी कि उसके ग्राफ में इजाफा होगा लेकिन परिणाम इसके ठीक उलट रहे। राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बाद हुए इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने यहां चार और सीटें गंवा दीं जबकि बीजेपी ने अपनी टैली बढ़ाते हुए 14 से अपनी सीटें 17 कर लीं।