कर्णी सिंह निशानेबाजी परिसर में 10 मीटर एयर पिस्टल सिलेंडर में विस्फोट के कारण राष्ट्रीय स्तर के एक निशानेबाज पुष्पेंद्र कुमार के बायां अंगूठा आशिंक रूप से उड़ गया। हैरान कर देने वाली यह घटना शनिवार 2 दिसंबर की शाम को हुई। पुष्पेंद्र कुमार भारतीय वायु सेना में कॉरपोरेल के पद पर कार्यरत हैं।
पुष्पेंद्र कुमार भोपाल में राष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए नई दिल्ली स्थित निशानेबाजी परिसर में अभ्यास कर रहे थे। वह सिलेंडर से पिस्टल में गैस भर रहे थे तभी धमाका हुआ। धमाके के कारण उनके अंगूठे में गंभीर चोट आई। उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती करना पड़ा।
पुष्पेंद्र कुमार फिलहाल भारतीय सेना के ‘आर एंड आर (रिसर्च एंड रेफरल)’ अस्पताल में भर्ती हैं। राष्ट्रीय स्तर के एक कोच ने गोपनीयता की शर्त पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि जब पुष्पेंद्र मुख्य सिलेंडर से पिस्टल सिलेंडर को भर रहे थे तब यह घटना हुई।
एयर पिस्टल और एयर राइफल में बैरल के ठीक नीचे एक छोटा गैस सिलेंडर लगा होता है। जब निशानेबाज ट्रिगर दबाता है, तो सिलेंडर की गैस एयर गन के अंदर हथौड़े से टकराती है, जिससे गोली बाहर निकलती है। एयर पिस्टल के सिलेंडर को एक निश्चित संख्या में शॉट्स के बाद कंप्रेसर या पोर्टेबल सिलेंडर की मदद से भरना होता है।
पुष्पेंद्र कुमार उत्तर प्रदेश के बागपत जिले से हैं। कोच ने बताया, ‘यह दुखद है कि वह राष्ट्रीय चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। उनकी मां का लगभग 15-20 दिन पहले निधन हो गया था। जहां तक मुझे पता है, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं खेला है। वह आमतौर पर दिल्ली में कर्णी सिंह रेंज में प्रशिक्षण लेते हैं।’
कोच ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि पुष्पेंद्र कुमार सर्जरी के बाद 90-95 प्रतिशत ठीक हो जाएगा।’ उन्होंने बताया, ‘एयर पिस्टल सिलेंडर को एक निश्चित अवधि (करीब 10 साल में) के बाद बदलना पड़ता है और बंदूक निर्माता इसे मुफ्त में बदलते हैं। इसमें अच्छी बात यह है कि पुष्पेंद्र का निशानेबाजी वाला हाथ सुरक्षित है।’
कोच ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि एयर पिस्टल और राइफल शूटर हर 10 साल में या हथियार निर्माता के निर्देशानुसार अपनी बंदूक का सिलेंडर को बदल दें। उन्होंने कहा, ‘यदि निर्माताओं के निर्देशानुसार रीफिल सिलेंडरों को नहीं बदला गया तो दुर्घटना होने की आशंका रहती है। मुझे विस्फोट का सही कारण नहीं पता है, लेकिन किसी को इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए क्योंकि वैधता समाप्त होने के बाद कुछ भी हो सकता है।’
कोच ने कहा कि उन्होंने अपने करियर में ऐसी कोई दुर्घटना नहीं देखी है। हालांकि, बंदूक विक्रेताओं का कहना है कि ऐसी घटनाएं होती हैं। अभी यह पता नहीं चला है कि यह पिस्टल उनका निजी था या वायु सेना का था। वह आमतौर पर कर्णी सिंह निशानेबाजी परिसर में अभ्यास करते हैं।
कोच ने कहा कि मेरठ के अंतरराष्ट्रीय राइफल निशानेबाज रवि कुमार पुष्पेंद्र की देखभाल के लिए आर एंड आर हॉस्पिटल में उनके साथ हैं। रवि कुमार भी भारतीय वायु सेना से हैं। रवि ने बताया, ‘पुष्पेंद्र अब ठीक है और अगले दो-तीन दिन में उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी।’