राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में बीजेपी की जीत के साथ एक और ‘योगी’ का उदय होना तया है। अलवर के सांसद बाबा बालकनाथ को राजस्थान के योगी के तौर पर जाना जाता है। उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए भाजपा का दावेदार माना जा रहा है। बालकनाथ तिजारा सीट से कांग्रेस के इमरान खान से भारी अंतर से आगे चल रहे हैं। सूबे में भाजपा की शानदार प्रदर्शन के बाद बालकनाथ की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने सीएम पद को लेकर भी जवाब दिया।
बालकनाथ ने मीडिया से बातचीत में कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति की हार हुई। तेजारा की जनता ने उन्हें सेवा करने का मौका दिया। मुख्यमंत्री पद की दावेदारी पर उन्होंने कहा कि वे इसका जवाब नहीं देंगे। उनको तेजारा की जिम्मेदारी दी गई है। वे वहां की जनता की सेवा करेंगे। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी देश विरोधी ताकतों के साथ मिली हुई है।
बालकनाथ ने कहा, ” देखिए बहुत-बहुत अभिनंदन है। आभार है। ऋण तो जीवन में मैं नहीं चुका पाऊंगा। अलवर की जनता और तिजारा की जनता का ऋण नहीं चुका पाएंगे। इतना बड़ा सौभाग्य दिया है। सेवा करने का अवसर दिया है। यह चुनाव तिजारा की जनता ने जीत है। हमारे कार्यकर्ताओं की मेहनत ने यह परिणाम लाया है। हम सौभाग्यशाली हैं कि हमें सेवा करने का अवसर दिया है।”
बालकनाथ ने कहा, ” देखिए मैंने कहा जैसे भारत-पाकिस्तान का मैच है, क्योंकि चुनाव के अंदर देशविरोधी ताकतें जुटी थीं। कांग्रेस की मानसिकता भी देशविरोधी हो चुकी है। उसके लोग भी आज देश से विपरीत बातें करते हैं। उसके लोग भी एक मंच पर खड़े होकर सनातन धर्म को गाली देते हैं। राजस्थान में जिस तरह से गहलोत सरकार ने तुष्टिकरण की राजनीति को बढ़ावा दिया। महिलाओं का अपमान हुआ। युवाओं से धोखा हुआ। किसानों से धोखा हुआ। क्या-क्या नहीं हुआ राजस्थान में।”
बालकनाथ ने कहा, मैंने उसी भाव से कहा था कि चुनाव में देशविरोधी ताकतें लगी थीं। उनका पैसा लगा था। मैच फिक्स कर चुके थे कि इन्होंने ने तो रन बना दिए। इन्होंने 90 हजार बना दिए। अब बारी हमारी है। हमारे पास 170 बॉल हैं और हम दबा के छक्का चौका मारेंगे और मारा। आज तिजारा की जनता ने जीता है।”
क्या महंत बालकनाथ ने मुख्यमंत्री बनेंगे। इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “ऐसा कुछ नहीं है। हमको पार्टी मे तिजारा की जनता का सेवा का अवसर दिया है। अंतरआत्मा से हमारे तिजारा की जनता का आर्शीवाद है। मेरा यह सवाल ही नहीं बनता।”