संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से दो दिन पहले आज केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी की अध्यक्षता में पार्लियामेंट की लाइब्रेरी बिल्डिंग में सुबह 11 बजे शुरू हुई इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पीयूष गोयल भी शामिल हुए। इस दौरान प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार है।
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, “4 दिसंबर से शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। हमने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। बैठक में 23 पार्टियों के 30 नेता शामिल हुए। बैठक में कई सुझाव आए हैं। सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार है।”
#WATCH दिल्ली: केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, “4 दिसंबर से शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है…हमने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई थी…बैठक में 23 पार्टियों के 30 नेता शामिल हुए…बैठक में कई सुझाव आए हैं…सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार है…” pic.twitter.com/mm8VGvYJhY
प्रह्लाद जोशी ने आगे कहा, “हमने विपक्ष से सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से संचालित होने देने का अनुरोध किया है। हमने विपक्ष के सुझावों को सकारात्मक रूप से लिया है।” संसदीय मंत्री ने कहा, ”संसद का शीतकालीन सत्र चार दिसंबर से शुरू होकर 22 दिसंबर तक चलेगा। इन 19 दिनों में 15 बैठकें होंगी। सत्र को ध्यान में रखते हुए ऑल पार्टी मीटिंग लोकसभा में उपनेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई। मीटिंग में 23 दलों के 30 लोग शामिल हुए थे। हमारे पास कई सुझाव आए हैं।”
वहीं, राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि विपक्ष ने कुछ मुद्दों पर चिंता व्यक्त की है। इसमें चीन का हमारी जमीन हड़पना, मणिपुर, महंगाई, ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग शामिल है। यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने जातिगत जनगणना कराने की मांग की है।
संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है जिससे पहले राजनीतिक दलों के नेताओं ने शीतकालीन सत्र के एजेंडे पर चर्चा के लिए शनिवार को बैठक की। यह बैठक संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बुलाई है और इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, कांग्रेस नेता जयराम रमेश, गौरव गोगोई और प्रमोद तिवारी, तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंद्योपाध्याय, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की नेता फौजिया खान और आरएसपी नेता एन के प्रेमचंद्रन सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया।
संसद का शीतकालीन सत्र चार दिसंबर से शुरू होगा और यह 22 दिसंबर तक चलेगा जिसमें 15 बैठकें होंगी। इस सत्र में औपनिवेशिक काल के आपराधिक कानूनों के स्थान पर तीन विधेयक लाने सहित प्रमुख विधेयकों के मसौदे पर विचार-विमर्श होने की उम्मीद है। सत्र के पहले दिन सोमवार को सदन में ‘कैश फॉर क्वेरी’ मामले में लोकसभा की एक समिति की रिपोर्ट भी पेश करने के लिए लिस्टेड है। इस रिपोर्ट में तृणमूल नेता महुआ मोइत्रा को निचले सदन से निष्कासित करने की सिफारिश की गई है।