जम्मू कश्मीर में विधानसभा का चुनाव कब होंगे, इसको लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन इस बीच राज्य के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गुरुवार को साफ कर दिया कि वे पूरी तरह से तैयार हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बता दिया कि वे अपना पद कब छोड़ेंगे। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि चुनाव आयोग जब भी विधानसभा चुनाव कराने का निर्देश देगा, उनका प्रशासन केंद्र शासित प्रदेश में इसे कराने के लिए तैयार है।
चुनावों के बारे में गलत सूचना फैलाने पर कुछ राजनीतिक दलों पर निशाना साधते हुए सिन्हा ने कहा कि वह विधानसभा चुनावों को सफलतापूर्वक कराने के बाद ही उपराज्यपाल का पद छोड़ेंगे। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव में पहले ही देरी हो चुकी है, और आखिरी बार 2014 में चुनाव हुए थे।
जम्मू में एक कार्यक्रम में सिन्हा ने कहा, ‘‘चुनाव आयोग ने जम्मू कश्मीर से इंतजाम के बारे में जो भी जानकारी मांगी थी, वह उसे सौंप दी गई है। मैं इस मंच से बताना चाहता हूं कि जब भी आयोग हमें कहेगा, जम्मू कश्मीर प्रशासन चुनाव कराने के लिए तैयार है।’’
उन्होंने कहा कि जब वह यहां आए थे, तब यहां पर बड़ी कमियां थीं, कई तरह की बाधाएं थी, उन्होंने उन बाधाओं को दूर विकास के लिए रास्ते बनाए। इससे जम्मू-कश्मीर में हालात बेहतर हुए हैं। उन्होंने कहा कि 2019 में धारा 370 हटने के बाद पिछले चार सालों में अंधेरे से निकलकर उज्ज्वल भविष्य की ओर राज्य आगे बढ़ा है। जब कोई बीज डालते हैं और वह वृक्ष बनने लगता है तो खुशी होती है। हर नागरिक की आकांक्षा को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
इससे पहले उपराज्यपाल ने हाल ही में साफ किया था कि जम्मू-कश्मीर में नगरपालिका चुनाव जल्द कराए जाने की संभावना नहीं है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा था कि शहरी स्थानीय निकायों (ULB) के चुनाव परिसीमन के साथ-साथ प्रक्रिया के बाद होंगे। अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित सीटें पूरी की गईं।