इज़र्याल और हमास के बीच शुक्रवार से लागू हुए चार-दिवसीय युद्धविराम के बीच हमास द्वारा रविवार को 17 बंधकों को छोड़ने के बाद 39 और फिलिस्तीनी नागरिकों को इजरायल की जेलों से रिहा किया गया। इजरायल ने कहा कि कि उसने संघर्ष विराम समझौते की शर्तों के तहत 39 और फिलिस्तीनियों को रिहा किया है।
इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम के तहत रविवार को हमास ने 14 इजरायली और एक अमेरिकी समेत 17 बंधकों को रिहा कर दिया। चार दिवसीय संघर्ष विराम के तहत तीसरी बार बंधकों की रिहाई हुई है। कुछ बंधकों को सीधे तौर पर इजरायल को सौंप दिया गया जबकि अन्य मिस्र के रास्ते रवाना हुए। इजरायल की सेना ने कहा कि एक बंधक को विमान के जरिए सीधे अस्पताल ले जाया गया। रिहा किये गये बंधकों की उम्र चार से 84 साल के बीच है । अमेरिका के राष्ट्रति जो बाइडेन ने कहा कि उनके पास अमेरिकी बंधकों के बारे में ताजा जानकारी नहीं है और वह चाहते हैं कि जहां तक संभव हो संघर्ष विराम को बढ़ाया जाए।
समझौते के तहत इजरायल को रविवार को 39 फलस्तीनियों को रिहा करना था। संघर्ष विराम के अंतिम दिन सोमवार को चौथी बार कैदियों/बंधकों की अदला-बदली हो सकती है। इस संघर्ष विराम के दौरान कुल 50 बंधकों और 150 फिलिस्तीनियों की रिहाई होनी है। जिन लोगों की रिहाई होनी है वे सभी महिलाएं और नाबालिग हैं। हमास ने शनिवार को इजरायल पर समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था, जिसके चलते बंधकों और कैदियों की रिहाई में कई घंटों की देरी हुई।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू गाजा में इजरायली नियंत्रण के स्पष्ट संकेत देते हुए रविवार को अपने सहयोगियों के साथ हमास के शासन वाले इलाके में दाखिल हुए। पीएम ने वहां मौजूद इजरायली सैनिकों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया। इस दौरान उन्होंने ‘अंत तक’ लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि नेतन्याहू ने कमांडरों और सैनिकों से सुरक्षा जानकारी हासिल की और एक सुरंग का दौरा किया।
पीएम नेतन्याहू ने कहा, “हम अपने वीर सैनिकों के साथ यहां गाजा पट्टी में हैं। हम अपने बंधकों को वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, और अंत में हम उन सभी को वापस ले आएंगे। इस युद्ध में हमारे तीन लक्ष्य हैं- हमास को खत्म करना, हमारे सभी बंधकों को छुड़ाना और यह सुनिश्चित करना कि गाजा फिर से इजराइल के लिए खतरा न बने।” इजरायल के प्रधानमंत्री के साथ ‘चीफ ऑफ स्टाफ’ तजाची ब्रेवरमैन और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के निदेशक तजाची हानेग्बी समेत कई अधिकारी मौजूद थे। वहीं, एपी की रिपोर्ट के अनुसार, संघर्ष विराम समझौते के तहत इजरायल द्वारा रिहा किए गए फिलिस्तीनी कैदी वेस्ट बैंक के शहर रामल्ला पहुंचे।