मलेशिया के प्रधान मंत्री अनवर इब्राहिम ने भारतीय नागरिकों को एक महीने देश में बिना वीजा के एंट्री की सुविधा दी है। मलेशिया 1 दिसंबर चीन और भारत के नागरिकों के लिए वीजा आवश्यकताओं को समाप्त कर दिया है। अनवर इब्राहिम ने रविवार को पुत्रजया में अपनी पीपुल्स जस्टिस पार्टी के कार्यक्रम में कहा कि चीनी और भारतीय नागरिक 30 दिनों तक वीजा-मुक्त रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह सुरक्षा जांच के अधीन होगा। मलेशिया ऐसा अपनी आर्थिक स्थिति को देखते हुए कर रहा है ताकि बड़ी तादाद में यहां लोग पहुंचे और मलेशिया को इससे फायदा पहुंचे।
मलेशिया के प्रधान मंत्री अनवर इब्राहिम ने पिछले महीने भारत और चीन से पर्यटकों और निवेशकों के प्रवेश को प्रोत्साहित करने के लिए वीजा सुविधाओं में सुधार करने की योजना की घोषणा की थी। इसके लिए जिन नागरिकों को मलेशिया आने दिया जाएगा उनमें साफ छवि वाले लोग शामिल होंगे, आपराधिक रिकॉर्ड वाले लोगों को अनुमति नहीं दी जाएगी।
मलेशिया के अलावा कुछ और देश भी भारतीय नागरिकों को फ्री वीजा की सुविधा देते हैं। वियतनाम भी अब भारतीयों और चीनियों के लिए वीजा-मुक्त प्रवेश पर विचार कर रहा है। अब तक जर्मनी, फ्रांस, स्वीडन, इटली, स्पेन, डेनमार्क और फिनलैंड के नागरिक बिना वीजा के वियतनाम की यात्रा कर सकते हैं।
पिछले महीने थाईलैंड ने भी घोषणा की थी कि सरकार इस साल 10 नवंबर से 10 मई, 2024 तक छह महीने की अवधि के लिए भारत और ताइवान के पर्यटकों को वीजा-मुक्त प्रवेश की अनुमति देगा। श्रीलंका की कैबिनेट ने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 31 मार्च, 2024 तक भारत, चीन, रूस, मलेशिया, जापान, इंडोनेशिया और थाईलैंड के व्यक्तियों को मुफ्त वीजा जारी करने की मंजूरी दे दी है।