इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध पर कुछ दिनों का ब्रेक लग चुका है। आपसी सहमित के बाद लगे युद्धविराम ने लोगों को बड़ी राहत दी है, दोनों की तरफ से बंधकों की रिहाई भी शुरू कर दी गई है। ये अलग बात है कि हमास की अपनी शर्तें हैं, इजरायल भी पूरी तरह झुकने को तैयार नहीं दिख रहा है। इसी वजह से इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू गाजा पहुंच गए और उन्होंने वहां पर अपने सैनिकों से मुलाकात की।
उस मुलाकात के बाद पीएम नेतन्याहू ने कहा कि हमे कोई भी नहीं रोक सकता है। हम इस बात से आश्वस्त है कि हम में ताकत हैं, इच्छाशक्ति है और शिद्दत है इस युद्ध के हर उदेश्य को पूरा करने की। अब हम करने भी वहीं वाले हैं। अब नेतन्याहू का ये बयान मायने रखता है क्योंकि इससे पहले भी वे ऐसे संकेत दे चुके हैं कि जब तक हमास के हर ठिकाने का खात्मा नहीं हो जाता, ये युद्ध नहीं रोका जा सकता।
अब उसी कड़ी में उन्होंने फिर अपने पुराने स्टैंड को रिपीट कर दिया है। उन्होंने युद्धविराम के लिए सहमति जरूर भरी है, लेकिन ये सिर्फ बंधकों कि रिहाई को लेकर है। हमास के प्रति ना गुस्सा कम हुआ है और ना ही किसी तरह की नरमी देखने को मिल रही है। कुछ जानकार तो ये भी मान रहे हैं कि इस युद्धविराम के दौरान हमास भी अपनी ताकत फिर इकट्ठा कर सकता है।
युद्धविराम को लेकर हुई डील की बात करें तो हमास ने इस युद्ध विराम के दौरान कम से कम 50 बंधकों को रिहा करने का वादा किया है। इजराइल हर बंधक को आजाद किए जाने के बदले में तीन फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। यह काम कई चरणों में होगा। कतर, अमेरिका और मिस्र की मध्यस्थता में कई हफ्ते की गहन अप्रत्यक्ष बातचीत के बाद यह समझौता हुआ।