उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने रविवार को समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर बड़ा आरोप लगाया। सपा सुप्रीमो को घेरते हुए उन्होंने कहा कि वे नहीं चाहते हैं कि मथुरा में श्रीकृष्ण मंदिर का निर्माण हो। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वह आजम खान और उनके समुदाय के दबाव में हैं। सपा नेता आजम खां अपने बेटे के फर्जी प्रमाण पत्र के मामले में इन दिनों सात साल जेल की सजा काट रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने उनको चुनौती देते हुए कहा कि अगर वह आजम खां एवं उनके समुदाय के दबाव में नहीं हैं तो अपना रुख स्पष्ट करें। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मथुरा दौरे के चार दिन बाद रविवार को मौर्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”अल्पसंख्यकों के वोट की ख़ातिर अपने हिंदुओं का खून बहाने वाली सपा भगवान श्रीकृष्ण के वंशजों का वोट चाहती है, परंतु श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर नहीं चाहती। सपा बहादुर श्री अखिलेश यादव इस मामले में अगर श्री आज़म खान और उनके समाज के दबाव में नहीं हैं तो अपना रूख स्पष्ट करें।”
चार दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान कृष्ण की भक्त मीराबाई की 525वीं जयंती मनाने के लिए आयोजित ‘मीराबाई जन्मोत्सव’ में भाग लेने के लिए मथुरा गए थे। प्रधानमंत्री ने अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर और काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का जिक्र करते हुए कहा, ”मथुरा और ब्रज भी विकास की दौड़ में पीछे नहीं रहेंगे। वह दिन दूर नहीं जब भगवान ब्रज क्षेत्र में और भी अधिक दिव्यता के साथ नजर आएंगे।
2021 में भी केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव से पूछा था कि क्या वह मथुरा में श्रीकृष्ण मंदिर बनवाना चाहते हैं या नहीं। अखिलेश यादव ने जनवरी 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कहा था कि भगवान श्रीकृष्ण उनके सपने में आए और कहा कि समाजवादी सरकार बनने जा रही है।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह विवाद का मामला विभिन्न अदालतों में लंबित है। मथुरा की एक स्थानीय अदालत में महेंद्र प्रताप सिंह और राजेंद्र माहेश्वरी द्वारा दायर मामले में यह दावा किया गया है कि मुगल शासक औरंगजेब ने अपने शासनकाल के दौरान प्राचीन केशवदेव मंदिर को ध्वस्त कर दिया था और उसके स्थान पर ईदगाह का निर्माण किया था और “ठाकुरजी” की मूर्तियाँ स्थापित की थीं। मंदिर में आगरा की बेगम मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबे हुए थे।