इजरायल और हमास के बीच गाजा में चार दिवसीय युद्ध विराम शुरू हुआ। दोनों देशों के बीच समझौते के तहत चार दिवसीय युद्ध विराम शुक्रवार से प्रभावी हो गया। इसी के साथ इजरायल में कैद फिलिस्तीनियों और गाजा में उग्रवादियों द्वारा बंधक बनाए गए दर्जनों लोगों की अदला-बदली का मंच तैयार हो गया है।
गाजा में शासन कर रहे हमास समूह ने इजराइल पर सात अक्टूबर को अप्रत्याशित हमला किया था और इस दौरान करीब 240 लोगों को बंधक बना लिया गया था। हमास ने इस युद्ध विराम के दौरान कम से कम 50 बंधकों को रिहा करने का वादा किया है। इजराइल हर बंधक को आजाद किए जाने के बदले में तीन फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। यह काम आगामी चार दिन में कई चरणों में होगा। कतर, अमेरिका और मिस्र की मध्यस्थता में कई हफ्ते की गहन अप्रत्यक्ष बातचीत के बाद यह समझौता हुआ।
हमास द्वारा इजरायल पर सात अक्टूबर को किए गए हमले में करीब 1,200 लोगों की मौत हो गई थी। इसके जवाब में इजरायल ने गाजा पर बड़े पैमाने पर हवाई और जमीनी हमले किए, जिसमें कम से कम 13,300 फिलिस्तीनी मारे गए। इजरायल और हमास के बीच हुए समझौते के अनुसार हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों में से 50 को कई चरणों में रिहा किया जाएगा और इनके बदले में इजरायल की जेलों में बंद फिलिस्तीन के 150 लोगों को रिहा किया जाएगा। युद्ध विराम से गाजा में भारी मात्रा में मानवीय सहायता पहुंच पाएगी,जिसमें ईंधन भी शामिल है। समझौते में रेड क्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति के बंधकों से मुलाकात करने का प्रावधान भी शामिल है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध पर अपने विशेष मंत्रिमंडल के दो मंत्रियों के साथ संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि युद्ध विराम की समयसीमा समाप्त होने के बाद युद्ध फिर प्रारंभ होगा। उन्होंने कहा कि इजरायल का लक्ष्य हमास के सभी सैन्य प्रतिष्ठानों को नष्ट करना और गाजा में बंधक बनाए गए उसके सभी 240 लोगों को रिहा कराना है। नेतन्याहू ने कहा, ‘‘मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि युद्ध जारी है। सभी लक्ष्य हासिल होने तक हमारे प्रयास जारी रहेंगे।’’
नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को फोन करके यही जानकारी दी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने देश की खुफिया एजेंसी ‘मोसाद’ को हमास के निर्वासित नेतृत्व का सफाया करने का निर्देश दिया है फिर वे चाहे कहीं भी हों। इजरायली सेना ने उत्तरी गाजा के अधिकतर हिस्से पर कब्जा कर लिया है और उनका कहना है कि उन्होंने सुरंगों और हमास के अधिकांश बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है।