Modi Government: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। ममता बनर्जी ने दावा किया कि केंद्र में मोदी सरकार केवल तीन महीने और रहेगी। इसके साथ ही टीएमसी चीफ ने गोतस्करी का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में तस्करी के लिए अलग-अलग राज्यों से गाय लाई जाती हैं। सवाल यह है कि वहां पैसे कौन लेता है।
देश में बैंकिंग क्षेत्र को लेकर भी ममता बनर्जी ने मोदी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि देश की बैंकिंग क्षेत्र में निराशा का माहौल है, सार्वजनिक उपक्रम (पीएसयू) बेचे जा रहे हैं। सभी बड़ी आईटी कंपनियां कोलकाता की ‘सिलिकॉन वैली’ परियोजना में निवेश कर रही हैं।
टीएमसी चीफ ने कहा कि भाजपा की आदत सी हो गई है। वो उन सभी लोगों को बदनाम करने का काम करते हैं, जिनसे उन्हें खतरा नजर आता है। सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करने से कुछ नहीं होता है। उन्होंने कहा कि एक तरफ बीजेपी अपनी कामयाबी का ढोल पीट रही है। दूसरी तरफ जमीन पर लोगों को तरह तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन नरेंद्र मोदी की सरकार को इससे मतलब नहीं है।
ममता बनर्जी यहीं नहीं रुकीं, उन्होंने टीम इंडिया की भगवा जर्सी का भी जिक्र किया। ममता ने कहा कि खिलाड़ियों ने भगवा जर्सी का विरोध कर दिया तो उसका असर भी नजर आया। भारतीय टीम को भगवा रंग की जर्सी नहीं पहननी पड़ी।
टीएमसी सुप्रीमो ने कहा कि बीजेपी हर एक चीज का आकलन सियासी चश्मे करती है और उसका नकारात्मक असर भी नजर आ रहा है। ममता बनर्जी ने अभ्यास सत्र के दौरान टीम इंडिया द्वारा पहनी गई जर्सी पर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा था कि ये समझ के बाहर है कि भगवा रंग की जर्सी को खिलाड़ियों ने क्यों पहना, इसके लिए उन्होंने बीजेपी को जिम्मेदार ठहरा दिया। ममता ने कहा कि बीजेपी के लोग तो हर चीज का भगवाकरण पर तुले हुए हैं।
हाल ही में ममता सरकार ने अडानी ग्रुप से ताजपुर पोर्ट को विकसित करने का 25 हजार करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट छीन लिया था। ममता बनर्जी की ओर से साफ कर दिया गया कि इसे लेकर जल्द नया टेंडर जारी किया जाएगा।
पश्चिम बंगाल सरकार ने अडानी ग्रुप को सौंपे गए आशय पत्र (LoI) को रद्द करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खुद इसका ऐलान किया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रोजेक्ट के लिए नए टेंडर निकाले जाएंगे। इसमें कोई भी कंपनी शामिल हो सकेगी। बता दें कि अडानी ग्रुप को यह प्रोजेक्ट 2022 में हुए बंगाल ग्लोबल बिजनेट प्रोजेक्ट के तहत दिया गया था। हालांकि इस साल इस इवेंट में अडानी ग्रुप से किसी ने भी भाग नहीं लिया था। बता दें कि महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर अडानी ग्रुप के खिलाफ सवाल पूछने का आरोप लगा है।