जम्मू-कश्मीर के राजौरी में हुए एनकाउंटर में बुधवार को भारतीय सेना का पांचवा जवान शहीद हो गया। इन जवानों में दो कैप्टन शामिल हैं। भारतीय सेना की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, एनकाउंटर में दो आतंकी मारे गए हैं, इनमें से एक पाकिस्तानी नागरिक है। इसी आतंकी की राजौरी के ढांगरी और कंडी इलाके में भारतीय सेना पर हमले बड़ी भूमिका बताई जाती है।
जम्मू संभाग के राजौरी जिले में हुआ यह एनकाउंटर बुधवार को कालाकोट सब डिविजन में धर्मसाल पुलिस स्टेशन एरिया के बाजी माल के जंगलों में हुआ। एनकाउंटर के दौरान भारतीय सेना के कैप्टन एमवी प्रांजल, कैप्टन शुभम गुप्ता, हवलदार अब्दुल माजिद, लैंस नायक संजय बिष्ट औऱ पैरा ट्रूपर सचिन लौर वीरगति को प्राप्त हुए।
न्यूज एजेंसी PTI द्वारा अधिकारियों के हवाले से दी गई जानकारी के अनुसार, बुधवार रात भर के विराम के बाद गुरुवार सुबह गोलीबारी फिर से शुरू हो गई, जिसमें दोनों आतंकवादी मारे गए। उन्होंने बताया कि यह अभियान अब अपने अंतिम चरण में है। इससे पहले दिन में, एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया था कि एक पाकिस्तानी आतंकवादी मुठभेड़ में मारा गया है। बाद में अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य आतंकी को मार गिराया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि अतिरिक्त सुरक्षा बलों की मदद से इलाके की घेराबंदी कर दी गई और अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आतंकी घने जंगली इलाके की ओर न भाग सकें। मुठभेड़ में मारे गये पाकिस्तानी आतंकी के बारे में प्रवक्ता ने बताया कि उसकी पहचान क्वारी के तौर पर की गयी है । वह पाकिस्तान का नागरिक है और कुख्यात आतंकवादी है।
पुलिस ने बताया कि लश्कर का शीर्ष कमांडर क्वारी पिछले एक साल से अपने समूह के साथ राजौरी-पुंछ क्षेत्र में सक्रिय था। उन्होंने यह भी बताया कि मारा गया आतंकी डांगरी और कंडी हमलों का मुख्य साजिशकर्ता माना जाता है। प्रवक्ता ने कहा कि क्वारी को क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए भेजा गया था और वह ‘इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस’ (आईईडी) बनाने में माहिर था। (इनपुट- भाषा)