केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर सीएम के सामने अपनी मांग रखी है।केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने बुधवार को नीतीश कुमार को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश की तरह बिहार में भी हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट्स पर रोक लगाने और विध्वंसकारी ताकतों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
गिरिराज ने दावा किया कि हलाल सर्टिफिकेशन और कारोबार के पीछे बड़ी साजिश है। पत्र के माध्यम से गिरिराज सिंह ने कहा है कि बिहार में अनेक खाद्य पदार्थों और अन्य आवश्यक सामग्रियों जैसे खाद्य तेल, नमकीन, ड्राई फ्रूट, मिठाइयों, कॉस्मेटिक, दवाओं और मेडिकल उपकरणों का हलाल कारोबार हो रहा है। वहीं, इस प्रकार की सामग्रियों के मानक से संबंधित प्रमाणन के लिए FSSAI जैसे मानक ही वैध हैं।
माननीय मुख्यमंत्री, बिहार से अनुरोध है कि “हलाल सर्टिफ़ाइड” पर बैन लगाया जाएं।@NitishKumar pic.twitter.com/GAcFFi8t6K
पत्र में गिरिराज सिंह ने यह भी कहा कि एक आंकड़े के अनुसार, हलाल प्रमाणन संबंधित व्यवसायिक गतिविधि का आकार लगभग 2 ट्रिलियन डॉलर तक है। ऐसे में इसको लेकर आतंकवादी गतिविधि की बात सामने आ रही है, जिसकी जांच करने की जरूरत है। उन्होंने पत्र में आगे लिखा कि भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र में हलाल कारोबार ना सिर्फ संविधान के खिलाफ है बल्कि देशद्रोह भी है।
गौरतलब है कि हाल ही में यूपी की भाजपा सरकार ने राज्य में हलाल सर्टिफाइड उत्पादों के निर्माण, बिक्री और भंडारण पर तत्काल प्रतिबंध लगाया था। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने मंगलवार को हलाल प्रमाणित उत्पाद के खिलाफ अभियान चलाया। इस दौरान नगर के बड़े 10 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की।
यूपी के अलीगढ़ में हलाल सर्टिफाइड साम्रगी को लेकर औषधि विभाग की टीम ने छापेमारी की। फूड के साथ ही कॉस्मेटिक की दुकान पर भी औषधि विभाग की ओर से रेड हुई। इसके बाद यहां से नमूने लेकर इन्हें प्रयोगशाला में भेजा गया। यह कार्रवाई सोमवार से ही जारी है। प्रदेश की सरकार ने हलाला सर्टिफिकेट युक्त औषधि चिकित्सा के अलावा प्रसाधन सामग्रियों के निर्माण, भंडारण, वितरण और बेचने- खरीदने पर रोक लगा दी है। हालांकि, निर्यात उत्पादकों को इस प्रतिबंध के दायरे से बाहर रखा गया है।