उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित टनल में बचाव कार्य और तेज हो गया है। बुधवार शाम मीडिया को दिए गए अपडेट के अनुसार, सुरंग में आए मलबे में 45 मीटर तक ऑगर मशीन से ड्रिल कर पाइप डाल दिए गए हैं। घटना स्थल पर मौजूद PMO के पूर्व एडवाइजर भास्कर खुल्बे ने मीडिया को बताया कि मलबे में एक और 6 मीटर लंबा पाइप पुश कर दिया गया है।
उन्होंने कहा, “मुझे आप लोगों को ये बताते हुए बेहद खुशी है कि पिछले एक घंटे में हम जो काम कर रहे थे, हम एक और 6 मीटर की लेंथ ऑगर मशीन से पुश कर चुके हैं और मुझे पूरी आशा की आने वाले दो घंटे में जब हम अगली फेज के लिए तैयारी रहे होंगे, हम तैयार होंगे कि हम और सुगमता, सफलता के साथ आगे वाला बचा हुआ काम पूरा कर लें…”
सुरंग में चल रहे ऑपरेशन के बारे में जानकारी देते हुए राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने X पर पोस्ट करते हुए कहा कि सिल्कयारा टनल में जारी रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी से कार्य किया जा रहा है, इस सम्बन्ध में निरंतर अधिकारियों से संपर्क में हूं। उन्होंने बताया कि ऑगर मशीन से दोबारा कार्य शुरू करते हुए कुल 45 मीटर तक ड्रिलिंग पूरी कर ली गई है। केंद्र सरकार द्वारा प्राप्त उपकरणों के जरिए से horizontal और vertical दोनों ड्रिलिंग विकल्पों पर कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा, “”NDRF और SDRF की सहायता से अंदर फंसे श्रमिकों के साथ ऑडियो कम्युनिकेशन सेटअप तैयार कर लिया गया है, इसके उपरांत एक-एक कर के सभी की चिकित्सकों से बात करवाई जा रही है। श्रमिकों के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मनोचिकित्सक से भी उनकी बात करवाई जा रही है। श्रमिक बंधुओं की कुशलता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
झारखंड सरकार की तरफ से जानकारी दी गई है कि उत्तरकाशी की सुरंग में फंसे उनके राज्य के 15 मजदूरों को देहरादून से एयरलिफ्ट किया जाएगा। झारखंड के ज्वाइंट लेबर कमिश्नर राजेश प्रसाद ने कहा कि उत्तरकाशी में फंसे 41 में से 15 मजदूर झारखंड के गिरिडीह, रांची, पूर्वी सिंहभूम, खूंटी जिलों से हैं। उत्तरकाशी में झारखंड सरकार की टीम स्टैंड बाय पर है। सभी 15 मजदूरों को देहरादून से रांची एयरलिफ्ट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि डॉक्टर्स की टीम द्वारा मजदूरों को फिट घोषित किए जाने के बाद ही एयरलिफ्ट किया जाएगा।