उत्तर प्रदेश के तेज तर्रार पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने मंगलवार को लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बांदा में उन्होंने अपनी राजनैतिक पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाने के उद्देश्य से उन्होंने बुंदेलखंड लोकतांत्रिक पार्टी का गठन किया है और इसका जल्द ही वह रजिस्ट्रेशन भी करवाएंगे।
मीडिया से बात करते हुए पूर्ज डीजीपी सुलखान सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के 7 और मध्य प्रदेश के 8 जिलों को मिलाकर एक अलग राज्य बुंदेलखंड बनाने की उनकी मांग है। बुंदेलखंड राज्य में कुल 15 जिले होंगे। सुलखान सिंह ने मांग की है कि बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, जालौन, झांसी, ललितपुर और एमपी के दमोह, पन्ना, छतरपुर, दतिया, सागर, टीकमगढ़,निवाड़ी और अशोकनगर को मिलाकर बुंदेलखंड राज्य बनाया जाए। उन्होंने कहा कि कोई भी राजनीतिक पार्टी अलग बुंदेलखंड राज्य बनाने की ओर ध्यान नहीं दे रही हैं। जिसकी वजह से बुंदेलखंड में बहुत सारी समस्या बनी हुई हैं।
गठन के बाद पहली बार मीडिया से रूबरू होते हुए सुलखान सिंह ने इस क्षेत्र की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया। साथ ही कहा कि बुंदेलखंड राज्य में 15 जिले शामिल करने की मांग उठाई जाएगी। आगामी लोकसभा चुनावों में इन जिलों से पार्टी के प्रत्याशी भी मैदान में उतरेंगे।
पूर्व डीजीपी सुलखान ने कहा कि वह बांदा के ही रहने वाले हैं। वह यहां की पूरी समस्या जानते हैं। बुंदेलखंड ऐसा क्षेत्र है, जहां तमाम समस्याएं मौजूद हैं, इसके बावजूद भी सरकारें इस ओर ध्यान ही नहीं दे रही हैं। उन्होंने कहा कि बजट विकास कार्यों के लिए सरकार से आता है लेकिन प्रभावशाली लोग अपने क्षेत्र में काम लेकर चले जाते हैं जबकि जहां जरूरत है वहां बजट पहुंच ही नहीं पाता है। पूर्व IPS ऑफिसर ने कहा कि इस वजह से यहां का विकास कार्य नहीं हो पा रहा है। इस वजह आज भी बुंदेलखंड पिछड़ा हुआ है।
सुलखान यूपी के ही बांदा के रहने वाले हैं। उन्होंने आईआईटी रुड़की से सिविल इंजीनियरिंग की है। सुलखान ने लॉ भी किया है। सुलखान सिंह यूपी कैडर 1980 बैच के IPS अफसर हैं। वह 2017 में यूपी के DGP थे। पूर्व आईपीएस अधिकारी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का करीबी माना जाता है।