इजरायल और हमास के बीच पिछले 1 महीनों से ज्यादा समय से जारी जंग के बीच इजरायली कैबिनेट ने हमास के साथ अस्थायी संघर्ष विराम को मंजूरी दी है। इजरायल-हमास के बीच समझौते पर इजरायली सरकार ने मुहर लगा दी है जिसके तहत कुछ समय के लिए गाजा में जंग थम जाएगी।एपी की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली कैबिनेट ने हमास के साथ कुछ दिनों के संघर्ष विराम को मंजूरी दे दी है जिसके बदले में आतंकवादियों द्वारा बंधक बनाए गए लगभग 50 बंधकों की रिहाई शामिल है।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि इजरायल सरकार ने फिलिस्तीनी हमास आतंकवादियों के साथ गाजा में बंधकों के रूप में रखी गई 50 महिलाओं और बच्चों को मुक्त करने के लिए एक समझौते का समर्थन करने के लिए मतदान किया। हालांकि, पीएम नेतन्याहू का कहना है कि संघर्ष विराम के बाद हमास के खिलाफ युद्ध नहीं रुकेगा।
इजरायल सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार अगले 4 दिनों में हमास इन बंधकों को रिहा करेगा। इस दौरान इजरायल की ओर से हमला पूरी तरह से बंद रहेगा। रिपोर्ट के अनुसार हमास जिन बंधकों को रिहा करेगा उनमें से ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। इन्हें 10 से 12 के समूह में रिहा किया जाएगा। जिन बंधकों को रिहा किया जाएगा उनमें 30 बच्चे और 20 महिलाएं शामिल हैं लेकिन किसी भी सैन्यकर्मी को रिहा नहीं किया जाएगा।विदेशी बंधकों को रिहा करने पर बातचीत फिलहाल नहीं हुई है।
बुधवार सुबह कैबिनेट में मतदान से प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि युद्ध विराम समाप्त होने के बाद इजराइल हमास पर आक्रामक रुख फिर से शुरू करेगा। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि युद्धविराम कब से लागू होगा। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम युद्ध में हैं और हम युद्ध जारी रखेंगे। अपना लक्ष्य हासिल करने तक हम रुकेंगे नहीं।’’ नेतन्याहू ने कहा कि युद्धविराम के दौरान खुफिया प्रयास जारी रहेंगे जिससे सेना को अगले चरण की लड़ाई के लिए तैयार होने का अवसर मिलेगा।
इजरायल ने कहा कि जब तक वह हमास के सैन्य प्रतिष्ठानों को नष्ट नहीं कर देता और सभी बंधकों रिहा नहीं करा लेता तब तक युद्ध जारी रखेगा। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इजरायल के हवाई और जमीनी हमलों में 11,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 2,700 से अधिक लापता हैं।
खबरों के मुताबिक, 50 बंधकों के बदले में इजरायल 150 फिलिस्तीन बंधकों को भी रिहा करेगा। हालांकि इजरायल सरकार की ओर से जारी बयान में इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। इसके साथ ही गाजा पट्टी में ईंधन सहित सहायता के लगभग 300 ट्रकों को अनुमति दिए जाने की उम्मीद है। गौरतलब है कि हमास और कई दूसरे आतंकवादी गुटों ने 7 अक्टूबर को हमले के दौरान करीब 240 इजरायली नागरिकों का अपहरण किया था, जिनमें 40 बच्चे, बुजुर्ग, थाई और नेपाली नागरिक शामिल हैं।