पिछले 1 महीने से ज्यादा समय से चल रहे इजरायल-हमास युद्ध के बीच इजरायल ने कहा कि यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में भारत जा रहे इजरायल के एक मालवाहक जहाज का अपहरण कर लिया। इजरायल का दावा है रविवार को जहाज के साथ ही के चालक दल के दो दर्जन से अधिक सदस्यों को बंधक बना लिया। इजरायल को जब घटना की जानकारी मिली तो उस समय जहाज तुर्की के कोरफेज में था और भारत के पिपावाव की ओर जा रहा था। इस घटना के बाद यह आशंका जताई जा रही है कि इजरायल-हमास संघर्ष के कारण क्षेत्रीय तनाव एक नए समुद्री मोर्चे पर फैल सकता है।
वहीं, यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने कहा कि उन्होंने इजरायल से जुड़े पोत का अपहरण कर लिया है और इसके चालक दल के सदस्यों को बंधक बना लिया है। समूह ने चेतावनी दी कि वह इजरायल से जुड़े या उसके स्वामित्व वाले पोतों को अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में निशाना बनाना तब तक जारी रखेगा, जब तक इजरायल का गाजा में हमास शासकों के खिलाफ अभियान जारी है। विद्रोहियों ने रविवार को लाल सागर में इजरायल से जुड़े जहाजों को निशाना बनाने की धमकी दी।
पिछले महीने, हूती विद्रोहियों पर समुद्र के महत्वपूर्ण नौवहन मार्ग से मिसाइल और ड्रोन भेजने का संदेह था। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि बहामास-ध्वज वाले अपहृत जहाज पर बुल्गारियाई, फिलिपिनो, मैक्सिकन और यूक्रेनी सहित विभिन्न देशों की नागरिकता वाले चालक दल के 25 सदस्य थे लेकिन कोई इजरायली नहीं था। नेतन्याहू के कार्यालय ने ‘गैलेक्सी लीडर’ नामक जहाज के अपहरण की निंदा करते हुए इसे आतंकी कृत्य बताया।
इजरायली सेना ने अपहरण को बहुत गंभीर घटना करार दिया। इजराइली अधिकारियों ने जोर देकर कहा कि जहाज ब्रिटिश स्वामित्व वाला और जापान द्वारा संचालित था। उन्गर ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि उन्हें घटना के बारे में पता है लेकिन वह टिप्पणी नहीं कर सकते क्योंकि वह विवरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
एपी द्वारा विश्लेषण किए गए नौवहन यातायात से जुड़ी एक वेबसाइट के सैटेलाइट डाटा से पता चला है कि जहाज ‘गैलेक्सी लीडर’ कुछ घंटे पहले तक सऊदी अरब के जेद्दा के दक्षिण-पश्चिम में लाल सागर में यात्रा कर रहा था।