Lok Sabha Elections: उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन के घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला जल्द तय होने की उम्मीद जताई जा रही है। समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, रालोद और अन्य घटक दलों के बीच अंदरखाने मंथन शुरू हो गया है। हालांकि, सीटवार इसे बीजेपी के पत्ते खुलने के बाद ही सामने रखा जाएगा।
लोकसभा सीटों के लिहाज से देखें तो यूपी में फिलहाल विपक्षी गठबंधन इंडिया के घटक दलों की स्थिति ठीक नहीं है। लोकसभा में बीजेपी के बाद कांग्रेस के पास यूपी में केवल एक सीट रायबरेली है। साल 2019 के चुनाव में सपा को पांच सीटें मिली थीं, लेकिन बाद में हुए उपचुनाव में उसने रामपुर और आजमगढ़ की सीटों को खो दिया। इस तरह वर्तमान में समाजवादी पार्टी के पास मैनपुरी, मुरादाबाद और संभल लोकसभा सीटें हैं, जबकि रालोद और अन्य सहयोगी दल यहां शून्य पर हैं।
यही वजह है कि कांग्रेस पार्टी अपने आपको यूपी में मजबूत करने में जुटी है। हालांकि, यह तय नहीं है कि वायनाड से सांसद बने राहुल गांधी इस बार अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं? इस बीच एक और चर्चा ने जोर पकड़ लिया है कि क्या प्रियंका गांधी वाड्रा लोकसभा चुनाव में पहली बार ताल ठोकेंगी? अगर वह चुनाव लड़ती हैं तो किस सीट से चुनाव लड़ेंगी? क्या वह रायबरेली सीट से कांग्रेस की उम्मीदवार हो सकती हैं, जिस पर उनकी मां सोनिया गांधी चुनाव लड़ती हैं।
यूपी की एकमात्र रायबरेली लोकसभा सीट ऐसी है, जिस पर कांग्रेस ने 2019 के चुनाव में जीत हासिल की थी। राहुल गांधी भी अमेठी से लोकसभा चुनाव हार गए थे। सोनिया गांधी के बारे में बताया जा रहा है कि वो बढ़ती उम्र और खराब सेहत के चलते इस बार चुनाव लड़ने से परहेज कर सकती हैं। ऐसे में उनकी सीट से उनकी बेटी और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को चुनाव लड़वाया जा सकता है। हालांकि, अभी सिर्फ इसे एक कयास ही माना जा रहा था, लेकिन हाल ही में एक टीवी इंटरव्यू में प्रियंका गांधी ने ऐसा इशारा किया है कि यह बात साफ होती नजर आ रही है।
टीवी इंटरव्यू में प्रियंका गांधी से पूछा गया कि क्या वह आने वाले लोकसभा चुनाव में ताल ठोकेंगी? इस सवाल को प्रियंका गांधी ने यह कहकर टाल दिया कि अभी लोकसभा चुनाव दूर है। प्रियंका गांधी से यह भी पूछा गया कि क्या वह रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ने जा रही हैं? इस सवाल का जवाब में प्रियंका गांधी ने न तो इनकार किया और न ही इस पर अपनी सहमति दी। प्रियंका गांधी ने कहा, ‘आप (तब) देखेंगे कि मैं क्या करूंगी।’ हालांकि, सवाल और जवाब के बीच प्रियंका गांधी ने रायबरेली से अपने चुनाव लड़ने पर मुहर तो नहीं लगाई है, तो इनकार भी नहीं किया। जिसने इस चर्चा को जन्म दे दिया कि उनकी उम्मीदवारी को लेकर पार्टी के भीतर मंथन चल रहा है।
प्रियंका गांधी के केवल रायबरेली से चुनाव लड़ने के चर्चे नहीं हैं, बल्कि कहा यह भी जा रहा है कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से भी चुनाव लड़ सकती हैं। यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा था कि वो तो चाहते हैं कि प्रियंका गांधी वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ें। इसको लेकर उन्होंने प्रस्ताव भी भेजा है। राय ने कहा कि अगर प्रियंका यहां से चुनाव लड़ती हैं तो कांग्रेस जीत तय है।