दक्षिण गाजा में आवासीय इलाकों में इजरायली हवाई हमलों में शनिवार को 32 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई। इजरायल गाजा के दक्षिण में हमास पर हमला करने जा रहा है। इसी कारण उसने हजारों फिलिस्तीनियों दक्षिण इलाके से दूर जाने के लिए कहा है। करीब 40 हजार लोग यहां रहते हैं और यहां पर एक गंभीर मानवीय संकट खड़ा हो सकता है।
इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के सहयोगी मार्क रेगेव ने शुक्रवार को कहा, “हम लोगों से वहां से हटने के लिए कह रहे हैं। मैं जानता हूं कि उनमें से कई लोगों के लिए यह आसान नहीं है, लेकिन हम नागरिकों को गोलीबारी में फंसते नहीं देखना चाहते।” इजरायल ने 7 अक्टूबर को हुए हमले के बाद गाजा पट्टी पर नियंत्रण करने वाले हमास आतंकवादी समूह को नष्ट करने की कसम खाई है।
उसके बाद से इज़रायल ने गाजा शहर के अधिकांश हिस्से पर बमबारी कर उसे मलबे में तब्दील कर दिया है। गाजा के 2.3 मिलियन फिलिस्तीनियों में से लगभग दो-तिहाई आबादी को विस्थापित कर दिया गया है। जो लोग भाग गए हैं उनमें से कई को डर है कि वो अब कभी यहां नहीं आ पाएंगे। गाजा स्वास्थ्य अधिकारियों ने शुक्रवार को मरने वालों की संख्या बढ़ाकर 12,000 से अधिक बताई है, जिनमें से 5,000 बच्चे हैं।
स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार शनिवार की रात एक बहुमंजिला ब्लॉक में दो अपार्टमेंट पर हवाई हमले में 26 फिलिस्तीनी मारे गए और 23 घायल हो गए। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार उत्तर में कुछ किमी (मील) दूर, दीर अल-बलाह में एक घर पर हवा से बमबारी की गई, जिसमें छह फिलिस्तीनी मारे गए।
गाजा शहर में गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल शिफा में इज़राइल ने कहा कि उसके बलों को बड़ी संख्या में हथियारों के साथ एक वाहन मिला है और इसे हमास सुरंग शाफ्ट कहा जाता है। यह हमास कमांड सेंटर की तलाश में परिसर में तलाशी लेता है। हमास और अस्पताल के कर्मचारियों का कहना है कि यह झूठ है और इज़राइल के निष्कर्षों से अब तक ऐसी कोई बात स्थापित नहीं हुई है।