प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल ‘डीप फेक’ बनाने के लिए करना चिंताजनक है। उन्होंने मीडिया से लोगों को इस उभरते संकट के बारे में जागरूक करने का अनुरोध किया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिवाली मिलन कार्यक्रम में यहां पार्टी मुख्यालय में उन्होंने पत्रकारों को संबोधित करते हुए भारत को ‘‘विकसित भारत’’ बनाने के अपने संकल्प का भी जिक्र किया।
प्रधानमंत्री ने साथ ही कहा कि ये महज बयानबाजी नहीं है बल्कि जमीनी हकीकत है। उन्होंने कहा कि ‘वोकल फॉर लोकल’ को लोगों का समर्थन मिला है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के वक्त भारत की उपलब्धियों ने लोगों में यह विश्वास पैदा किया कि अब देश रुकने वाला नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि छठ पूजा ‘राष्ट्रीय पर्व’ बन गया है जो बेहद प्रसन्नता की बात है। पीएम मोदी ने अपना भी एक किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया, “हाल ही में मैंने एक वीडियो देखा जिसमें मैं गरबा खेल रहा हूं। जबकि स्कूल के बाद मुझे कभी गरबा खेलने का मौका नहीं मिला। स्कूल में मैं अच्छा खेलता था। मुझे पसंद करने वाले लोग वीडिया फॉरवर्ड भी कर रहे हैं।”
दीवाली मिलन कार्यक्रम में आने से पहले प्रधानमंत्री ने भारत द्वारा आयोजित दूसरे ‘वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट’ को वर्चुअल तौर पर संबोधित किया। इसमें उन्होंने कहा कि भारत ने पश्चिम एशिया में हालात से निपटने के लिए बातचीत, कूटनीति तथा संयम बरतने पर जोर दिया है। हमास और इजरायल के बीच जारी संघर्ष में आम नागरिकों के मारे जाने की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए पीएम मोदी ने शुक्रवार को कहा कि पश्चिम एशिया के घटनाक्रम से नई चुनौतियां उभर रही हैं और अब वक्त आ गया है कि ‘ग्लोबल साउथ’ के देशों को पूरी दुनिया के व्यापक हित में मिल कर आवाज उठानी चाहिए।
पीएम मोदी ने सम्मेलन में कहा कि वैश्विक समृद्धि के लिए सबका साथ,सबका विकास जरूरी है लेकिन हम सब देख रहे हैं कि पश्चिम एशिया के घटनाक्रम से नयी चुनौतियां पैदा हो रही हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ भारत ने सात अक्टूबर को इजराइल पर हुए भयावह आतंकवादी हमले में निंदा की है। संयम के साथ ही हमने बातचीत और कूटनीति पर जोर दिया है। हम हमास और इजराइल के बीच जारी संघर्ष में आम नागरिकों के मारे जाने की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ फोन पर हुई बातचीत का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बातचीत के बाद हमने फिलिस्तीन के लोगों के लिए मानवीय सहायता भेजी।