भारत सरकार ने एक बयान जारी कर भारतीय सीमा के करीब म्यांमार की सेना और जुंटा विरोधी ताकतों के बीच झड़पों को लेकर गहराई से चिंता जाहिर की है। भारत सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया,”हम अपनी सीमा के नजदीक ऐसी घटनाओं से बेहद चिंतित हैं। म्यांमार में मौजूदा स्थिति पर हमारी स्थिति बिल्कुल स्पष्ट है।” विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा हम हिंसा को खत्म करना चाहते हैं और बातचीत से मसला हल हो यह हमारी सोच है।”
इस पूरे मामले में भारत की चिंता इसलिए भी बढ़ी है कि पूर्वोत्तर राज्यों शरणार्थियों के आने की सुगबुगाहट सामने आई है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिकइस लड़ाई में 50,000 से अधिक नागरिक विस्थापित हुए हैं। रॉयटर्स के मुताबिक इससे पहले आज म्यांमार के सैन्य शासकों ने सभी सरकारी कर्मचारियों और सैन्य अनुभव वाले लोगों को आपात स्थिति में सेवा के लिए तैयार रहने का आदेश दिया है। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि म्यांमार के नागरिकों का भारतीय पक्ष में आना-जाना हुआ है इसलिए चिंता बढ़ रही है। उन्होंने यह भी कहा कि म्यांमार में शांति, स्थिरता और लोकतंत्र की वापसी के लिए भारत के हमने अपना मत सामने रखा है।
#WATCH | Delhi: On Myanmar rebels seeking to control the border with India, MEA Spokesperson Arindam Bagchi says, “We are deeply concerned with such incidents close to our border. Our position on the ongoing situation in Myanmar is very clear. We want secession of the violence… pic.twitter.com/PwqFRsnvup
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, “हम म्यांमार में शांति, स्थिरता और लोकतंत्र की वापसी के लिए अपना आह्वान दोहराते हैं, जब से मौजूदा संघर्ष शुरू हुआ है मुझे लगता है कि 2021 में म्यांमार में बड़ी संख्या में म्यांमार के नागरिक भारत में शरण ले रहे हैं। स्थानीय अधिकारी संबंधित पड़ोसी राज्य मानवीय आधार पर स्थिति को उचित रूप से संभाल रहे हैं।”
भारत-म्यांमार सीमा पर म्यांमार सेना और सैन्य शासन का विरोध कर रहे बलों के बीच खतरनाक झड़पें जारी हैं। इन हालात में हजारों लोग विस्थापित हुए हैं। जानकारी के मुताबिक बॉर्डर के करीब दूसरी तरफ हालात अभी भी तनावपूर्ण है। विद्रोहियों ने कई जगह हमले किए हैं और सेना की चौकियों पर को अपने कब्जे में ले लिया है। यह युद्ध सत्ता संघर्ष का है। म्यांमार में सेना ने फरवरी 2021 में सरकार को हटाकर सत्ता कब्जा जमा लिया था। इसके बाद से म्यांमार में गृह युद्ध चल रहा है।